बांदा. उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की फर्जी एंबुलेंस मामले में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बाराबंकी की विशेष सत्र न्यायाधीश MP-MLA कोर्ट में पेशी हुई. सुनवाई के दौरान जज ने मुख्तार अंसारी से सवाल किया कि क्यों न आपको अब कोर्ट में तलब कर लिया जाए. इस पर मुख्तार अंसारी बेहद घबरा गया. उसने जज से ऐसा न करने की गुहार लगाई. मुख्तार ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार उसे मरवाना चाहती है. ऐसे में अगर वह जेल से बाहर निकला, तो उसकी हत्या करवा दी जाएगी. कोर्ट ने मामले की सुनवाई के लिए 9 सितंबर की तारीख दी है.
इससे पहले भी मुख्तार अंसारी ने बांदा जेल में अपनी हत्या की साजिश की बात कही थी. इस दौरान मुख्तार अंसारी ने कहा कि बांदा जेल में उसे जान का खतरा है. जेल के सीसीटीवी कैमरों को मोड़कर लोग आते-जाते हैं, जिससे मेरी हत्या की साजिश प्रतीत होती है. मुख्तार अंसारी के अधिवक्ता ने बांदा जेल में उसकी सुरक्षा को खतरा बताते हुए किसी दूसरी जेल में रखे जाने के संबंध में प्रार्थना पत्र भी दिया था. मामले की जानकारी देते हुए डिप्टी जेलर प्रमोद कुमार तिवारी ने बताया मुख्तार अंसारी की बैरिक के आस पास जो भी सुरक्षाकर्मी रहते उनके शरीर मे 5 बाड़ीवाल कैमरे लगे रहते है और जेल परिसर मे 49 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. जो पूरे जेल की निगरानी करते है. सुरक्षा के लिहाज से बांदा जेल 24 घंटे सुरक्षाकर्मी तैनात रहते है.
मुख्तार अंसारी के खिलाफ कार्रवाई (मई 2021 तक) माफिया मुख्तार अंसारी गैंग के 244 सदस्यों पर आजमगढ़, मऊ, वाराणसी में की गई कार्रवाई में 1 अरब 94 करोड़ 82 लाख 67 हजार 859 रुपये की संपत्ति ध्वस्त/जब्त की गई. मुख्तार गैंग के 158 अपराधी हुए गिरफ्तार, तो 122 असलहों के लाइसेंस निरस्त होने के साथ 110 अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर लगा है. 30 के खिलाफ गुंडा एक्ट और 6 पर NSA की कार्रवाई की गई है.
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