आदित्यपुर: केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा मंगलवार को आदित्यपुर के बाबाकुटी पहुंचे और सोमवार को सड़क दुर्घटना में मारे गए सभी छः युवकों के परिजनों से मुलाक़ात कर उन्हें सांत्वना दी और दुःख के इस घड़ी में साथ खड़ा होने का भरोसा दिलाया. इस मौके पर आदित्यपुर नगर निगम के निवर्तमान मेयर विनोद कुमार श्रीवास्तव, निवर्तमान डिप्टी मेयर बॉबी सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष विजय महतो, गणेश महाली, सुनील श्रीवास्तव, राकेश सिंह आदि मौजूद रहे.
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने घटना पर अपनी संवेदना जताते हुए सभी युवकों के परिजनों को ढांढ़स बंधाया और भरोसा दिलाया कि भाजपा परिवार दुःख के इस घड़ी में पीड़ित परिवार के साथ खड़ा है. उन्होंने हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया. उन्होंने कहा कि वाकई में यह दुःखद घटना है. उन्होंने कहा युवा देश के भविष्य होते हैं. एक साथ छह- छह बच्चों का चले जाना देश के लिए बड़ी क्षति है. उन्होंने सभी बच्चों के आत्मा की शांति की कामना की.
क्या थी घटना
विदित हो कि सोमवार की अहले सुबह इंडिगो कार से बाबाकुटी के आठ युवक चाय पीने निकले थे. जमशेदपुर के बिष्टुपुर थाना अंतर्गत साईं मंदिर के समीप कार जुस्को के बिजली के खंभे से टकराने के बाद पेड़ से टकरा गई, जिससे गाड़ी के परखच्चे उड़ गए. आठों युवक गाड़ी में ही फंस गए. सूचना पर पहुंची बिष्टुपुर थाना पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से गैस कटर से गाड़ी को काट- काट कर युवकों को गाड़ी से बाहर निकाला. इनमें पांच की मौके पर ही मौत हो चुकी थी, जबकि एक युवक ने इलाज के क्रम में अस्पताल में दम तोड़ दिया. मृतकों में पीयूष कुमार (पिता अमित सिंह) अनिरुद्ध कुमार (पिता चंदन यादव) शुभम कुमार (पिता प्रेम रंजन झा) हेमंत कुमार सिंह (पिता नवीन कुमार सिंह) सूरज कुमार शाह (पिता रंजीत शाह) और अनिकेत कुमार (पिता श्रवण महतो) शामिल हैं. वहीं गंभीर रूप से घायल दो युवकों में हर्ष कुमार झा (पिता जितेंद्र नारायण झा) और रवि झा (पिता सुनील झा) को इलाज के लिए टीएमएच और स्टील सिटी नर्सिंग होम भेजा गया है. उधर देर शाम सभी छः युवकों के शव का बिष्टुपुर पार्वती घाट में अंतिम संस्कार कर दिया गया.
इन्होने जताई संवेदना
घटना पर आदित्यपुर नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष पुरेंद्र नारायण सिंह, जिला बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष ओमप्रकाश, ईचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद सिंह, भाजपा नेता रमेश हांसदा सतीश शर्मा एवं आजसू नेता सन्नी सिंह जबकि स्थानीय सांसद और विधायक ने मामले में संवेदना प्रकट करना भी जरूरी नहीं समझा.