सरायकेला: उत्तराखंड में मंगलवार से आयोजित हो रहे राष्ट्रीय खेल में झारखण्ड के तीरंदाज़ भी हिस्सा ले रहे हैं. तिरंदाजी इवेंट आगामी 31 जनवरी से शुरू होगा जिसमें पद्मश्री दीपिका कुमारी, गुरु चरण बेसरा सुमन गोप एवं माधव बिरुआ राज्य का प्रतिनिधित्व करेंगे.
पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय तिरंदाजी संघ के अध्यक्ष अर्जुन मुंडा एवं भाजपा नेत्री सह सरायकेला- खरसावां जिला तीरंदाजी संघ की अध्यक्ष डॉ मीरा मुंडा ने भरोसा जताते हुए कहा कि हमें आशा ही नहीं पूरा विश्वास है कि ये सभी प्रतिभागी सभी इवेंट में पदक अवश्य हासिल करेंगे. दोनों ने इन प्रतिभागियों को शुभकामनाएं प्रेषित की हैं.
बता दें कि ये वैसे तीरंदाज हैं जिन्होंने तिरंदाजी का ककहरा सरायकेला अर्चरी अकादमी में सीखा है. जिसकी स्थापना पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने की थी. आज यह अकादमी तीरंदाजो के लिए नर्सरी का काम कर रहा है. यहां से निकलकर तीरंदाज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बन चुके हैं और राज्य और देश का नाम रोशन कर रहे हैं.
डॉ. मीरा मुंडा ने बताया कि यूं तो झारखंड से पूर्व में पूर्णिमा महतो, डोला बनर्जी, संजीव सिंह सारीखे खिलाड़ी राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की ख्याति प्राप्त कर चुके हैं जो टाटा आर्चरी अकादमी में प्रशिक्षण प्राप्त किए थे. परंतु उन दिनों सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र के प्रतिभावान खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा निखारने एवं प्रतिभा दिखाने का उचित मंच नहीं मिल पाता था. इस बात को महसूस करते हुए ग्रामीण क्षेत्र के प्रतिभावान खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने एवं राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय खेलों में भाग लेने का मौका प्रदान करने के उद्देश्य से वर्ष 2004 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने सरायकेला- खरसावां जिला आर्चरी अकादमी का गठन किया. जिसके माध्यम से ग्रामीण प्रतिभा को प्रशिक्षण देने का कार्य प्रारंभ हुआ. यहां से 28 से अधिक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के तीरंदाज निकल चुके हैं जिन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगिताओं में देश और झारखंड का सम्मान बढ़ाया एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर में पदक जीतकर अपने देश और राज्य का नाम रोशन किया. डॉ मुंडा ने बताया कि दीपिका कुमारी की तीरंदाजी की शुरुआत सरायकेला- खरसावां आर्चरी अकादमी से ही हुई. इसके अलावा पलटन हांसदा यूथ वर्ल्ड आर्चरी चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल विजेता बने. गोरा हो जिन्होंने 14 वर्ष की आयु में ही लगातार तीन राष्ट्रीय खेलों में पदक जीतकर राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित हुए. ऐसे कई प्रतिभावान खिलाड़ी सरायकेला- खरसावां आर्चरी अकादमी से प्रशिक्षण प्राप्त कर देश और दुनिया में राज्य का नाम रोशन कर रहे हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि इस बार भी यहां के तीरंदाज पदक हासिल करेंगे और राज्य का नाम रोशन करेंगे.