गया (Pradeep Kumar Singh) भगवान बुद्ध की पावन ज्ञानभूमि बोधगया स्थित बुद्धा इंटरनेशनल वेलफेयर मिशन में कठिन चीवरदान (बौद्ध भिक्षुओं का वस्त्र) समारोह का आयोजन किया गया. जिसमें लगभग विश्व के विभिन्न देशों के सैंकड़ो बौद्ध भिक्षु शामिल हुए. कोरोना के कारण 2 वर्ष बाद इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान बौद्ध भिक्षुओं के द्वारा विश्वशांति के लिए विशेष प्रार्थना भी की गई.
कार्यक्रम का शुभारंभ बौद्ध परंपरा के अनुसार मंत्रोच्चारण के साथ किया गया. इस दौरान सैकड़ों की संख्या में बौद्ध धर्मगुरु, लामा व श्रद्धालु कार्यक्रम में शामिल हुए.
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कार्यक्रम के आयोजनकर्ता बुद्धा इंटरनेशनल वेलफेयर मिशन के भंते आर्यपाल भिक्षु ने बताया कि आज कठिन चीवरदान समारोह का आयोजन किया गया है. जिसमें विश्व के विभिन्न देशों के लगभग 3 सौ बौद्ध भिक्षुओं के बीच चीवरदान दिया गया है. उन्होंने कहा कि 3 माह के वर्षा काल के बाद बौद्ध भिक्षु के बीच चीवरदान देने की परंपरा रही है. इसी चीवर को पहनकर बौद्ध भिक्षु जीवन यापन करते हैं. एक वर्ष में एक बार इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण 2 वर्ष तक चीवरदान समारोह का आयोजन नहीं किया गया था. लेकिन इस बार चीवरदान समारोह का आयोजन किया गया है. इसे लेकर व्यापक पैमाने पर धार्मिक कार्यक्रम किया जा रहा है. 2 हजार से भी ज्यादा की संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचे हैं. इसके अलावा विश्व के श्रीलंका, थाईलैंड, लाओस, कंबोडिया, वियतनाम, कोरिया, कनाडा, म्यांमार सहित भारत के कोलकाता, त्रिपुरा सहित कई देशों के बौद्ध भिक्षु व श्रद्धालु कार्यक्रम में शामिल हुए हैं. साथ ही विश्व के कल्याण हेतु विशेष पूजा-अर्चना की गई है. ताकि कोरोना महामारी की पुनरावृत्ति ना हो. कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मानवता का कल्याण है. मानव के कल्याण हेतु धर्मगुरुओं के द्वारा विशेष रूप से चर्चा भी की गई है. साथ ही कोरोना काल के दौरान मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए भी प्रार्थना की गई है.
बाइट
भंते आर्यपाल भिक्षु, फाउंडर सेकेरेट्री, बुद्धा वेलफेयर मिशन, बोधगया.