हाल ही में संपन्न हुए टोक्यो पैरालंपिक 2020 में भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन कर इतिहास रच दिया था. टोक्यो में भारत ने 5 स्वर्ण, 8 रजत और 6 कांस्य पदक जीतकर 24वां स्थान हासिल किया. पैरालंपिक खेलों के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ, जब भारत की पदक संख्या दोहरे अंकों में पहुंची हो. इससे पहले भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रियो पैरालंपिक (2016) में रहा था, जहां उसने 2 स्वर्ण समेत 4 पदक जीते थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को टोक्यो पैरालंपिक में भाग लेने वाले इन खिलाड़ियों से खास मुलाकात की. इस दौरान पीएम एक टेबल से दूसरे टेबल पर गए और खिलाड़ियों के साथ कुछ यादगार पल बिताए. पूरे टोक्यो पैरालंपिक के दौरान भी प्रधानमंत्री भारतीय एथलीटों का हौसला बढ़ाते दिखे थे.
पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी सुहास एल यथिराज ने टोक्यो पैरालंपिक में रजत पदक अपने नाम किया था. एसएल4 वर्ग के फाइनल में सुहास यथिराज को फ्रांस के वर्ल्ड नंबर-1 लुकास मजूर ने हरा दिया था. गौरतलब है कि अपने ग्रुप में तीन में से दो जीत दर्ज करने के बाद सुहास ने सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाई किया था. फिर 38 साल के सुहास ने सेमीफाइल मुकाबले में इंडोनेशिया के फ्रेडी सेतियावान को 21-9, 21-15 से हराकर रजत पदक पक्का किया.
कृष्णा नागर ने टोक्यो पैरालंपिक में बैडमिंटन के पुरुष सिंगल्स एसएच6 फाइनल में गोल्ड मेडल अपने नाम किया. नागर ने पुरुष सिंगल्स एसएच6 फाइनल में हॉन्गकॉन्ग के चू मान काई को शिकस्त दी थी. गौरतलब है कि दूसरी वरीयता प्राप्त कृष्णा ने ग्रुप-बी में अपने दोनों मुकाबलों में जीत हासिल कर सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाई किया था. इसके बाद सेमीफाइनल में नागर ने ग्रेट ब्रिटेन के क्रिस्टन कूम्ब्स को हराकर फाइनल में जगह पक्की की थी.
युवा पैरा बैडमिंटन एथलीट पलक कोहली भले ही पदक नहीं जीत पाई हों, लेकिन उनका प्रदर्शन शानदार रहा. एसयू5 वर्ग में पलक कोहली महिला सिंगल्स के क्वार्टर फाइनल में पहुंचीं. वहीं, प्रमोद भगत के साथ मिक्स्ड डबल्स के कांस्य पदक मैच तक पहुंची थीं, जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा. टोक्यो पैरालंपिक में इस बार भारत ने 54 एथलीटों का अबतक का सबसे बड़ा दल भेजा था. इस दौरान भारत ने एथलेटिक्स में सबसे ज्यादा आठ, शूटिंग में पांच, बैडमिंटन में चार, टेबल टेनिस और तीरंदाजी में एक-एक मेडल जीता. सकीना खातून ने टोक्यो पैरालंपिक में पावरलिफ्टिंग इवेंट में देश का प्रतिनिधित्व किया. वह 50 किलो ग्राम भारवर्ग के इवेंट में पांचवें स्थान पर रहीं. सकीना पैरालिंपिक खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली महिला पावरलिफ्टर हैं. इससे पहले केवल पुरुष एथलीटों ने ही इस खेल में भारतीय चुनौती पेश की थी.