सरायकेला/ Pramod Singh विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस के अवसर पर एक मुलाकात सरायकेला के साहेबगंज में स्थापित ओल्ड एज होम के वरिष्ठ नागरिकों के साथ रही. जहां ओल्ड एज होम में रह रहे 26 वरिष्ठ नागरिकों ने इस मौके पर अपने जीवन की खट्टी- मीठी यादों को शेयर किया. बहरहाल सभी अपने जीवन की बुरी यादों को भूल कर ओल्ड एज होम के अपने हम उम्र नए साथियों के साथ जीवन की एक नई पारी खेलते हुए देखे गए. उनके बीच बैठ कर ऐसा लगा कि जीवन जीने का ज्ञान शायद कोर्स की किताबों से बढ़कर प्रेक्टिकल जीवन जीने के अनुभव में है.
ओल्ड एज होम की सदस्या वाणी बनर्जी टाटा कंपनी से रिटायर्ड पर्सन है. बावजूद इसके परिजनों का साथ नहीं होने के कारण अपने जीवन के एकाकीपन से निपटने के लिए आज वो ओल्ड एज होम है. और वर्तमान स्थिति से काफी खुश हैं.
इसी प्रकार आलोक कुमार गुप्ता जीवन भर अविवाहित रहे. और उनके भाई ने उनका बचा खुचा पैसा उनसे हड़प कर उन्हें टैंपू में बिठाकर घर से विदाई दे दी थी. जिसके बाद आश्रय के लिए ओल्ड एज होम पहुंचे आलोक कुमार गुप्ता पुरानी बातों को भूल कर अपने जीवन की नई पारी का आनंद ले रहे हैं.
इसी प्रकार ओल्ड एज होम में रह रहे हर एक वरिष्ठ जन की अपनी- अपनी रोचक जीवन गाथा है. जिसको पढ़ना और जानना ही अनुभव और ज्ञान प्रतीत होता है.
फुरीडा संस्था द्वारा संचालित उक्त ओल्ड एज होम के अध्यक्ष भास्कर कुमार बताते हैं कि पिछले तकरीबन 6 माह से इस ओल्ड एज होम का संचालन किया जा रहा है. जिसमें जिला प्रशासन सहित कई समाजसेवियों का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है. उन्होंने कहा कि यहां रह रहे वरिष्ठ नागरिकों को नाश्ता एवं भोजन सहित स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर तरीके से उपलब्ध कराया जा रहा है. साथ में उन्हें प्रतिदिन योगाभ्यास और शारीरिक स्वास्थ्यता जैसे कार्य कराए जा रहे हैं. इसके अलावा टहलना और भजन कीर्तन के अवसर प्रदान किए जाते हैं. मनोरंजन के साधन उपलब्ध कराए जाने की तैयारी की जा रही है.
उन्होंने बताया कि कुल मिलाकर प्रयास किया जा रहा है कि उम्र के इस पड़ाव में यहां रह रहे वरिष्ठ नागरिक खुशनुमा परिवेश में एकाकीपन से दूर खुशहाल जीवन जी सकें.