गया: बिहार के गया जिले के कोंच प्रखंड के लोदीपुर गांव स्थित राधे-कृष्ण ठाकुरबाड़ी में अन्नकूट धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें आस-पास के गांवों बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया।
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इस संबंध में आयोजनकर्ता लोदीपुर गांव निवासी मुकेश कुमार ने बताया कि यहां राधे-कृष्ण ठाकुरबाड़ी में वर्ष 1924 से अन्नकूट धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन अनवरत जारी है। इसमें आसपास के लगभग 25 गांवों के सैकड़ों लोग शामिल होते हैं। इस दौरान 56 भोग का प्रसाद तैयार किया जाता है। जो राधे-कृष्ण के धार्मिक अनुष्ठान व पूजा के बाद ग्रामीणों के बीच वितरित किया जाता है। कार्यक्रम में सरकार द्वारा कोरोना को लेकर जारी किया गया गाइडलाइन का भी हमलोग अनुपालन कर रहे हैं। साथ ही भगवान से यह प्रार्थना कर रहे हैं कि कोरोना का खात्मा देश से जल्द से जल्द हो जाए।
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मुकेश कुमार (आयोजनकर्ता)
वही गहरपुर गांव निवासी बेचन सिंह चंद्रवंशी ने कहा कि कि विगत कई सालों से अन्नकूट कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं। अगले 2 साल में इस कार्यक्रम को पूरे एक सदी हो जाएगा। कार्यक्रम में आसपास के सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण आते हैं।इस तरह के कार्यक्रम से सामाजिक एकता और भाईचारे का संदेश जाता है। कार्यक्रम में दूरदराज से भी कलाकारों को बुलाया जाता है, जो एक से बढ़कर एक धार्मिक गीतों की प्रस्तुति करते हैं। चूंकि अब कोरोना का धीरे-धीरे खात्मा हो रहा है, हम यह प्रार्थना कर रहे हैं कि कोरोना वायरस देश से पूरी तरह खत्म हो जाए और एक बार फिर से लोगों का जीवन पटल पर आ जाये।
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बेचन सिंह चंद्रवंशी (स्थानीय ग्रामीण)
वही लोदीपुर गांव निवासी वृद्ध मिथिलेश प्रसाद सिंह बताते हैं कि वर्ष 1924 से यह धार्मिक अनुष्ठान चला आ रहा है। भगवान श्रीकृष्ण ने इंद्र को बलि देने से रोकने को लेकर इस परंपरा की शुरुआत की थी। उसी का निर्वहन करते हुए हम लोग इस परंपरा को मनाते चले आ रहे हैं। कार्यक्रम में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के बीच 56 प्रकार के भोग का वितरण किया जाता है। आगे भी यह परंपरा जारी रहेगी।
मिथिलेश प्रसाद सिंह (लोदीपुर गांव निवासी)
गया से प्रदीप कुमार सिंह की रिपोर्ट