संभल. यूपी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं वैसे वैसे जुबानी जंग भी तेज हो गई हैं. अब्बाजान और चचाजान के बाद एआई एमआईएम (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने खुद को अब्बा बताया है. संभल (Sambhal) में एक जनसभा को संबोधित करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राकेश टिकैत पर करारा हमला बोला. उन्होंने कहा कोई अब्बाजान बोल रहा है तो कोई मुझे चचाजान बुला रहा है. उन्होंने कहा कि वे अब्बा हैं. वो गरीबों, कमजोरों और सताए हुए लोगों के अब्बा हैं. वो उन महिलाओं के भाई हैं, जो मुश्किल में हैं। यदि कमजोर लोगों की मदद करना उन्हें अब्बा बनाता है तो मैं उनका अब्बा हूं।
ओवैसी ने कहा, ” कुछ लोग मुझे चचाजान बुला रहे हैं. मैं उन लोगों का अब्बा हूं जो गरीब है, कमजोर हैं और यूपी में सताए गए हैं. मैं प्रताड़ित की गई महिलाओं का भाई हूं. अगर गरीबों, कमजोरो का समर्थन करना अब्बा बनाता है तो मैं उनका अब्बा हूं.” गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘अब्बाजान’ शब्द से अखिलेश यादव पर निशाना साधा था. इसके बाद बागपत में किसान नेता राकेश टिकैत ने असदुद्दीन ओवैसी को बीजेपी का चचाजान बताया था. टिकैत ने कहा था कि बीजेपी का चचाजान ओवैसी आ गया है. अब वो बीजेपी को जीताकर ले जाएगा.
संमल के सिरसी में ओवैसी ने कहा कि हमारा साथ दीजिए, हम किसी के खिलाफ नहीं हैं. हमारा झगड़ा हिस्सेदारी का है. यूपी में जितनी भी बिरादरी है, समाज है, सबकी हैसियत और ताकत है. हमारा हाल यह है कि मुस्लिम को दूर खड़ा कर दिया जाता है. सिर्फ वोट के लिए हमारा प्रयोग किया जाता है. चुनाव के बाद हम रोज मरते हैं. पुलिस का जुल्म बढ़ता है. रोजगार नहीं मिलता. जवानी बर्बाद कर देती है. वहीं जेल से बाहर एनकाउंटर कर दिया जाता है. 2019 के एमपी चुनाव में एसपी और बीएसपी साथ लड़े. बीजेपी कामयाब हुई. मुझ पर इल्जाम लगाते हैं कि मैं वोट काटने आया हूं. मैं यहां योगी आदित्यनाथ को हराने के लिए आया हूं. आप साथ दीजिए 2022 में योगी आदित्यनाथ को गुमनामी में भेज देंगे.