गया/ Pradeep Ranjan मेयर वीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान पर पूर्व विधायक श्यामदेव पासवान ने गंभीर आरोप लगाया है, उनका कहना है कि गलत जाति प्रमाण पत्र देकर वीरेंद्र कुमार मेयर बने हैं. इसे लेकर उन्होंने एक प्रेसवार्ता वार्ता का आयोजन किया.
पूर्व विधायक व भाजपा नेता श्यामदेव पासवान ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि गया के मेयर वीरेंद्र कुमार ने गलत कागज पर अनुसूचित जाति का फायदा उठाया है. श्यामदेव पासवान गया के मेयर पद के लिए उम्मीदवार भी रह चुके हैं. उन्होंने बताया कि मेयर के द्वारा अनुसूचित जाति के दावे को प्रशासनिक जांच में खारिज कर दिया गया. इसका फैसला चुनाव आयोग को के द्वारा आगामी 18 तारीख को करना है. वहीं उन्होंने पत्र लिखकर गया के जिलाधिकारी से मांग किया है कि जब तक मामले पर फैसला नहीं आ जाता, तब तक मेयर वीरेंद्र कुमार को निगम की किसी भी बैठक से दूर रखा जाए.
मालूम हो कि श्यामदेव पासवान के द्वारा मेयर के खिलाफ आवेदन दिया गया था कि मेयर अनुसूचित जाति के नहीं है और गलत कागज पर चुनाव लड़ा है. जिसकी जांच पिछले वर्ष ही शुरू हुई थी. सामान्य प्रशासन विभाग कमजोर वर्ग अपराध अनुसंधान विभाग ने गहनता से जांच कर उनकी जाति को स्पष्ट कर दिया है. उन्होंने बताया कि जांच रिपोर्ट के 12 नंबर के बिंदु में साफ तौर पर कहा गया है कि अपराध अनुसंधान विभाग व सामान्य समिति के सभी सदस्यों के जांच प्रतिवेदन के तथ्यों को खारिज करने का कोई सटीक साक्ष्य उपलब्ध नहीं कराया जा सका. उन्होंने डीएम व नगर आयुक्त को पत्र देकर चुनाव आयोग के फैसले तक किसी तरह की महत्वपूर्ण बैठक नहीं आयोजित करने का आग्रह किया है. प्रेस वार्ता में वार्ड पार्षद राहुल कुमार, धनंजय कुमार उर्फ विक्की शर्मा, आकाश पासवान उर्फ भंटा पासवान आदि मौजूद थे.