सरायकेला/ Pramod Singh उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला की अध्यक्षता में समर अभियान के सफल संचालन हेतु सभी सम्बन्धित पदाधिकारियों की उपस्थिति में एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन समाहरणालय सभागार में आयोजित किया गया. कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि इस 1000 दिवसीय अभियान के अन्तर्गत अति गंभीर कुपोषण से ग्रसित बच्चों, गंभीर एनीमिया से पीड़ित बच्चे, किशोरियों, युवतियां, धात्री माता एवं गर्भवती महिलाओं की पहचान की जायेगी. इन चिन्हित लोगो को उनके निकटमत आंगनबाड़ी केन्द्रो पर जांच की जायेगी और फिर अंततः कुपोषण से ग्रसित बच्चों, गंभीर अनीमिया से पीड़ित बच्चे, किशोरियों, युवतियां, धात्री माता एवं गर्भवती महिलाओं का उपचार करवाया जायेगा.
उपायुक्त ने कहा यह स्क्रीनिंग की प्रक्रिया प्रत्येक तीन माह पर दोहरायी जायेगी. उपायुक्त ने अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के पदाधिकारियों को आपसी समन्वय स्थापित कर कार्य करते हुए अभियान को सफल बनाने के निर्देश दिए. उपायुक्त ने कहा जिला को कुपोषण एवं एनीमिया मुक्त करने की दिशा में कार्य करना है. इसके लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों में शत- प्रतिशत बच्चो की उपस्थिति तथा बच्चों को गुणवत्तापूर्ण पौष्टिक आहार उपलब्ध करायें. साथ ही आंगनबाड़ी केन्द्रों में पंजीकृत बच्चों का नियमित वजन- माप करायें एवं कुपोषित, अतिकुपोषित बच्चों का सूची तैयार कर नजदीकी एमटीसी में ससमय भर्ती सुनिश्चित करायें. उपायुक्त ने कहा ऐसे सभी घर जहां पर कुपोषण एवं एनीमिया से ग्रसित बच्चों, किशोरियों, युवतियाँ, धात्री माता एवं गर्भवती महिलाएं होती है, उन्हें सरकार के विभिन्न विभागों के ऐसे कार्यक्रमों से जोड़ा जायेगा जिनका कुपोषण निवारण पर प्रत्यक्ष या परोक्ष प्रभाव होता है. इसके अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु सभी सम्बन्धित पदाधिकारियों की जवाबदेही तय करे. पदाधिकारी अभियान के सफल क्रियान्वयन को लेकर अपनी जवाबदेही पर कार्य करेंगे साथ ही सभी सम्बन्धित डेटा पोर्टल पर ससमय अपलोड करे ताकि अभियान की गतिविधियों का नियमित मोनिटरिंग किया जा सके.
उपायुक्त ने कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु जिला एवं प्रखंड स्तर पर टीम गठित करने, प्रखंड स्तर पर कार्य योजना निर्धारित कर कार्य करने तथा अभियान का व्यापक प्रचार- प्रसार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.
बैठक के दौरान समर अभियान अन्तर्गत चिन्हित सैम, मैम, एनीमिक सस्पेक्टेड केस वाले लाभुकों को यथोचित लाभ प्रदान कराने के निमित्त नई कार्यप्रणाली तैयार करने का निर्देश दिया गया. साथ ही इससे संबंधित कर्मियों का प्रखंडवार कैलेंडर तैयार कर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दिया, ताकि ज्यादा से ज्यादा सस्पेक्टेड केस की पहचान कर उनका ससमय उपचार कराया जा सके और जिले से कुपोषण एवं एनीमिया को जड़ से खत्म किया जा सके.
मास्टर ट्रेनर्स अजय कुमार झारखंड राज्य पोषण मिशन द्वारा उपस्थित सभी महिला पर्यवेक्षिका एवं उपस्थित बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को समर अभियान के संबंध में संपूर्ण विवरणी एवं प्रशिक्षण दिया गया. उक्त कार्यशाला में उप विकास आयुक्त प्रवीण कुमार गागराई, सिविल सर्जन डॉक्टर अजय सिन्हा, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सत्या ठाकुर, जिला शिक्षा पदाधिकारी जितेंद्र सिन्हा, डीपीएम सभी सीडीपीओ सभी महिला प्रवेक्षिका एवं अन्य सम्बन्धित पदाधिकारी उपस्थित रहे.