जमशेदपुर Rajan)
टाटानगर रेलवे स्टेशन के पोर्टिको एरिया में मंगलवार की शाम जालसाजी कर कमाए गए रुपयों के बंटवारे में हो रहे झगड़े में दो नटवर लाल रेलवे सुरक्षा बल के हत्थे चढ़ गए. दोनों बिहार के पूर्वी चंपारण के रहने वाले हैं. उन्हें टाटा आरपीएफ पोस्ट ले जाया गया, जहां पूछताछ के बाद उन्होंने अपनी असलियत उजागर की.
दोनों मानगो चौक स्थित बैंक आफ बड़ौदा से रुपये निकालकर आए टेंपो चालक को अपना शिकार बना चुके थे, जिसके बाद टाटा स्टेशन पहुंचे और पकड़े गए. बुधवार को आरपीएफ ने राज कुमार व आकाश कुमार को मानगो थाना को आगे की कार्रवाई के लिए सुपुर्द कर दिया है. रेलवे स्टेशन में आरक्षी अमरेंद्र कुमार की चुस्ती के कारण दोनों नटवर लाल दबोचे गए. इसके लिए पोस्ट इंचार्ज संजय कुमार तिवारी ने उसकी पीठ थपथपाई.
ऐसे करते थे ठगी
आरपीएफ थाना प्रभारी संजय कुमार तिवारी ने बताया कि राज कुमार व आकाश अलग-अलग शहरों में जाकर ठगी किया करते थे. इनके द्वारा पांच सौ के नोट के आकार की कागज की गड्डी बनाई जाती थी. उसे रुमाल में बांध दिया जाता था. गड्डी को वे ऐसे बांधते थे कि उस गड्डी में केवल पांच सौ का नोट ही दिख पाता था. उसके बाद बैंक में जाकर सीधे साधे व्यक्ति को रुपये जमा करने की प्रक्रिया पूछते थे. बातों बातों में सामने वाले को ऐसे जाल में फंसा लिया जाता था कि वह इनकी कागज की रद्दी को नोटों की गड्डी समझकर अपने पास रख लेते थे और अपने पास से कुछ पैसे खर्च के नाम पर दे देते थे. जब तक व्यक्ति कपड़ा खोलता तब तक ये रफू चक्कर हो जाते थे. सोमवार को शंकोसाई निवासी टेंपो चालक संतोष भी इनके झांसे में आ गया. वह छह हजार की ठगी का शिकार हुआ था. थाना प्रभारी ने बताया कि इसी प्रकार रेलवे स्टेशन में भी वेटिंग हॉल में गड्डी रखकर यात्रियों को घेरे में लेने की योजना थी, लेकिन वे पकड़ में आ गए.
Exploring world
विज्ञापन
विज्ञापन