जमशेदपुर: रविवार को टाटा स्टील ने ऑपरेशनल प्लांट के अंदर 48 मीटर ऊंचे कोल टावर के साथ 110 मीटर ऊंचाई की एक और कंक्रीट चिमनी (बैटरी नम्बर 6 चिमनी) को सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल तरीके से नष्ट कर दिया. ये विस्फोट टाटा स्टील के कॉन्ट्रैक्ट पार्टनर एडिफिस इंजीनियरिंग इंडिया और जेट डिमोलिशन साउथ अफ्रीका की मदद से किए गए.
110 मीटर लंबी चिमनी को बेहतरीन इंजीनियरिंग के नमूना के तहत नष्ट किया गया. जैसे ही विस्फोट किया गया वैसे ही पूरी चिमनी नीचे चली गई. यह कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हुआ. धूल को नियंत्रित करने के लिए पानी के फव्वारे का इस्तेमाल किया गया और कंपन को कंट्रोल करने के लिए बड़ा गड्ढा बनाया गया था. साथ ही, स्टील के तारों की जाली के इस्तेमाल से मलबे को बिखरने से रोका गया.
बताया गया कि इन विस्फोटों से उत्पन्न कंक्रीट के मलबे को पीसीसी, दीवार और सड़क निर्माण में रीसायकल किया जाएगा. इस पूरे काम में ड्रोन की मदद ली गई थी. टाटा स्टील के वीपी सेफ्टी संजीव पाल ने कहा कि कोक प्लांट में चिमनी और अन्य चीजों को हटाने का सारा काम काफी सफलतापूर्वक पूरा हुआ है. इसमें सेफ्टी और एनवायरनमेंट का पूरा ख्याल रखा गया है. टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट टीक्यूएम इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट अवनीश गुप्ता ने बताया कि तकनीक का इस्तेमाल करते हुए एक बेहतर तरीके से टाटा स्टील के विकास की गाथा लिखी जा रही है. इसके विकास को और आगे बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया गया है जो काफी सफल रहा है. बता दें कि कंपनी ने इससे पूर्व 27 नवंबर, 2022 को कोक प्लांट में एक 110 मीटर लंबी चिमनी (बैटरी #5 चिमनी) को सफलतापूर्वक जमींदोज किया था.
देखें video