जमशेदपुर Charanjeet Singh
सीतारामडेरा गुरुद्वारा की चुनावी प्रक्रिया को लेकर अब नया विवाद खड़ा हो गया है. शनिवार को पक्षपात का आरोप लगाते हुए विपक्ष के लोग एसडीएम के दरबार पहुंचे. उन्हें बताया गया की चनाव की प्रक्रिया चल रही है और अकाली दल हमारी धार्मिक संस्था है, जिसके द्वारा धार्मिक स्क्रूटनी की गई.
सीतारामडेरा गुरुद्वारा अध्यक्ष पद के चुनाव में सात प्रत्याशियों की स्क्रूटनी में तीन प्रत्याशी सरदार सुरजीत सिंह सबलोक, सरदार जसवंत सिंह और अविनाश सिंह सफल रहे, पर नामांकन पत्रों की जांच की गई तो अविनाश सिंह ने जो नामांकन पत्र दिया था. वह सेन्ट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (सीजीपीसी) के नाम से संबोधित था, जबकि यह चुनावी प्रक्रिया सीतारामडेरा गुरुद्वारा शहीद बाबा दीप सिंह निवर्तमान कार्यकारी अध्यक्ष/ चुनाव कन्वेनर भगवान सिंह और दलजीत सिंह दिल्ली की देखरेख में हो रहा है. एसडीएम को बताया गया कि चुनावी प्रक्रिया में सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का कोई भी दूर का सम्बंध नहीं है, लेकिन दलजीत सिंह दिली द्वारा अविनाश सिंह के नामांकन पत्र को छेड़छाड़ करते हुए सीजीपीसी का नाम से सेंट्रल को काट कर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी बाबा दीप सिंह कर दिया. दलजीत सिंह दिली एक चुनाव कन्वेनर होने के नाते पक्षपात करते हुए अविनाश सिंह के नामांकन पत्र को दुरूस्त किया और यह कार्य चुनाव कन्वेनर सरदार भगवान सिंह एवं मीडिया कर्मी की मौजूदगी में हुआ.
सीतारामडेरा गुरुद्वारा की संगत को समाचार पत्र के माध्यम से पूरा विवरण प्रकाश में आने के बाद दोनों चुनाव कन्वेनर के समक्ष विरोध किया. संगत के समक्ष चुनाव कन्वेनर सरदार भगवान सिंह ने भी चूक को स्वीकारा. सीतारामडेरा गुरुद्वारा की संगत में रोष है की अविनाश सिंह जो दस साल से कमेटी में है उनके द्वारा से ऐसी चूक होनी संभव नहीं है और यह एक सोची समझी रणनीति का हिस्सा लगता है. स्थानीय संगत ने मांग की है कि सीतारामडेरा चुनाव अध्यक्ष के प्रत्याशी अविनाश का नामांकन पत्र अविलम्ब रद्द किया जाए ताकि चुनावी प्रक्रिया शांतिपूर्वक सम्पन्न हो सके.साथ ही जिला प्रशासन से शांतिपूर्वक चुनाव संपन्न करवाने की भी गुहार की गई.
Exploring world
विज्ञापन
विज्ञापन