सरायकेला/Pramod Kumar Singh : सरायकेला खरसावां जिले में मंगलवार को विजयादशमी पर विजयदशमी पूजन किया गया. इस दौरान सिंदूर दान उत्सव में महिलाओं ने उत्साह से बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और मां दुर्गा से अखंड सौभाग्य का वरदान मांगा. सिंदूर दान उत्सव के बाद दर्पण विसर्जन का कार्यक्रम हुआ. वहीं मां दुर्गा, मां महालक्ष्मी, मां सरस्वती, शंकर भगवान एवं महिषासुर की प्रतिमाओं को दरबार से आगे खुले चौक में लगाया गया. जहां सिंदूरदान का उत्सव किया गया. इस उत्सव में सर्वप्रथम महिलाओं ने माता दुर्गा को सिंदूर लगाया और उनसे अखंड सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद लिया.
सभी ने एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर विजयदशमी पर्व की बधाई भी दी. विजयदशमी के दिन बंगाली समुदाय में सिंदूर से होली खेलने की खास परंपरा रही है. मां दुर्गा को विदाई देने से पहले बंगाली समाज की महिलाओं ने सिंदूर की होली खेली. सुहागिन महिलाओं ने मां दुर्गा को सिंदूर लगाने के बाद बाद एक-दूसरे को सिंदूर लगाया. इस दिन महिलाएं मां दुर्गा को सिंदूर लगाकर अपने सुहाग की रक्षा की प्रार्थना करती हैं.
इसके तहत दशहरा के दिन मां दुर्गा की विदाई के पहले उन्हें सिंदूर लगाया जाता है. मान्यता है कि दुर्गा पूजा के दौरान मां दुर्गा अपने मायके आती हैं. दशहरा के दिन उन्हें सिंदूर लगाकर मायके से विदाई दी जाती है. इसके बाद वहां महिलाएं सिंदूर की होली खेलती हैं. इस दौरान कई जगह सिंदूर खेला का भी आयोजन किया गया. सिंदूर खेला में सुहागिन महिलाएं एक-दूसरे को सिंदूर दान करती हैं.