सरायकेला/ Pramod Singh गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत विजय ग्राम स्थित विजय तरण आश्रम में सोमवार को कलश स्थापना के साथ तीन दिवसीय वार्षिक गीता जयंती समारोह का शुभारंभ हुआ. पहले दिन 151 महिलाओं द्वारा कलश यात्रा में शामिल हुई. कलश यात्रा यज्ञ मंदिर से शुरू होकर नदी पहुंचा. वहां पंडित ने वैदिक मंत्रों उच्चारण के साथ कलश में जल भरकर गाजे बाजे महामंत्र संकीर्तन के साथ यज्ञ मंदिर पहुंचकर कलश स्थापित किया गया.
वैदिक मंत्र उच्चारण के साथ 151 कलश स्थापित कर पूजा- अर्चना की गई. इस दौरान पूरा क्षेत्र महामंत्र संकीर्तन से भक्ति में हो गया. राम बाबा आश्रम के संचालक बाबा मृत्युंजय ब्रह्मचारी ने बताया कि आश्रम के संस्थापक ब्रह्मलीन स्वामी परमहंस रामानंद सरस्वती तथा स्वामी विज्ञानानंद सरस्वती की शुभ प्रेरणा से यह कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. जानकारी हो कि विजय तरण आश्रम जो रामबाबा आश्रम के नाम से जाना जाता है, आश्रम के संस्थापक परमाध्यक्ष परमादर्श त्यागशिरोमणी ब्रह्मालीन श्रीश्री 108 श्री पपरमहंस स्वामी रामानंद सरस्वती जी तथा स्वामी विज्ञानानंद सरस्वती जी की प्रेरणा से प्रतिवर्ष गीता जयंती समारोह का आयोजन किया जाता है.
ओडिशा, बंगाल व बिहार से हजारों लोग होते हैं शामिल
गीता जयंती समारोह में पड़ोसी राज्य ओड़िशा, बंगाल व बिहार से भी हजारों श्रद्धालु आते हैं. महाप्रसाद वितरण एवं पूर्णाहुति में भाग लेते हैं. परमहंस स्वामी रामानंद सरस्वती जी जो रामबाबा के नाम पर जाने जाते हैं अब समाधि ले ली है परंतु आज भी उनके भक्त आश्रम में आकर बाबा की समाधि में माथा टेकते हैं. प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी त्रिष्टक पूर्ण परायण एवं प्रवचन के साथ तीन दिवसीय गीता जयंती का आयोजन किया गया है.