सरायकेला/ Pramod Singh भाजपा सरायकेला विधानसभा कोर कमेटी के संयोजक एवं नगर पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष मनोज कुमार चौधरी ने विपक्षी दलों द्वारा बनाए गए इंडिया गठबंधन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये तो वही बात हुई पहले एसाईएमाई बाद मे पीएफाई रखा काम वही रहा नेचर और सिग्नेचर नाम बदलने से नहीं बदलता.
वर्तमान एनडीए एकजुट है लेकिन विपक्षी दल पूर्व की तरह कुछ विशेष वर्ग से मोहब्बत के कारण इंडिया बनाकर पुनः बांटना चाहते हैं.
वैसे अंग्रेजी मानसिकता के लोग जिनके पूर्वजों ने आर्यावर्त को पाकिस्तान- बांग्लादेश जैसे टुकड़ों- टुकड़ों में बांट कर इंडिया बनाया. सदियों से देश विरोधी शक्तियों के साथ मिलकर भारतीयों के ऊपर सैकड़ों जुल्म ढाए अब भी उनका मन नहीं भरा वे सभी अति महत्वाकांक्षा रखने वाले एक दूसरों की नीतियों से अलग नापाक इरादों वाले 26 दल व्यक्तिगत स्वार्थ की पूर्ति के लिए पुनः भारत की वैभवता को तार- तार कर इंडिया गठबंधन के माध्यम से देश को कई टुकड़े में बांटने के मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रहे हैं, वर्ना ऐसे मोहब्बत की दुकान खोलने वाले लोग जो गंगा- जमुनी तहजीब की दुहाई देते हैं, उनके आका देश को बांटने (पाकिस्तान- बांग्लादेश इत्यादि) के लिए किस प्रलोभन से तैयार हुए थे ? देश को टुकड़ों टुकड़ों में बांटने का क्या औचित्य था ? अपना स्पष्टीकरण देशवासियों को दें.
मनोज चौधरी ने कहा अगर उनके पूरे राजनीतिक जीवन पर गौर करें तो अक्सर ऐसा हुआ है कि विरोधियों ने जिन मुद्दों पर घेरने की कोशिश की, मोदी ने उन्हें ही अपनी ताकत बना लिया. ‘चाय वाला’ कहकर किया गया कटाक्ष हो या फिर विदेश नीति की समझ के अभाव का अंदेशा, मोदी विरोधियों का दांव फेल करने में अक्सर सफल रहे हैं.
देश आज एनडीए के कुशल कप्तान नरेंद्र मोदी के द्वारा केवल आत्मनिर्भर ही नहीं बन रहा है बल्कि भारत का विश्व के हर क्षेत्र में डंका बज रहा है. विश्व का हर देश भारत के लिए पलक- पावडे बिछाये बैठा है एवं भारत की ओर आशाओं की टकटकी नजर लगाए हुए बैठा है. खैर जो भी हो ऐसे स्वार्थी दलों के भविष्य में दूर- दूर तक नापाक मंसूबे भारत की समझदार जनता पूरी होने नहीं देगी.