आदित्यपुर: झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन शनिवार को सरायकेला के आदित्यपुर स्थित राष्ट्रीय शिक्षण संस्थान NIT जमशेदपुर पहुंचे. जहां उन्होंने संस्थान द्वारा द्वारा आयोजित उन्नत भारत अभियान के तहत आयोजित सेमिनार में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. जहां कड़ी सुरक्षा के बीच ठीक करीब 11 बजे राज्यपाल सभास्थल में पहुंचे और विधिवत कार्यक्रम का दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया.
मीडिया के प्रवेश पर रही रोक
हालांकि कुछ चुनिंदा मीडियाकर्मियों को छोड़ बाकी मीडियाकर्मियों को अंदर प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गयी, इसलिए राज्यपाल ने अपने संबोधन में क्या कहा यह हम नहीं बता सकते. इससे पूर्व सभी मीडियाकर्मियों का कोविड जांच भी कराया गया, फिर भी उन्हें अंदर प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई, सभी बैरंग वापस लौट गए.
प्रशासन ने एंट्री रोकी: एनआईटी
इस संबंध में एनआईटी प्रबंधन की ओर से तर्क दिया गया, कि महामहिम के आगमन के बाद जिला प्रशासन ने मीडिया कर्मियों के प्रवेश पर रोक लगा दी. इसमें संस्थान का कोई दोष नहीं है.
राष्ट्रीय शोक के बावजूद राष्ट्रीय संस्थान में आयोजित कार्यक्रम पर उठे सवाल
अहम सवाल यह है कि जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे की मौत के बाद देश में राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है. ऐसे में संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा राष्ट्रीय संस्थान में आयोजित सेमिनार में बतौर मुख्यातिथि शामिल होना लोगों को हजम नहीं हो रहा है. यह क्षेत्र के बुद्धिजीवियों में चर्चा का विषय बना हुआ है. इस संबंध में प्रशासनिक अधिकारियों से पूछे जाने पर चुप्पी साध ली.
पांच दिन पूर्व संस्थान में हुआ था कोरोना ब्लास्ट
बता दें कि पांच दिन पूर्व एनआईटी में एक साथ 13 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए थे. जिसके बाद संस्थान के सभी होस्टल खाली करा दिए गए हैं. साथ ही संस्थान को सेनिटाइज किया गया है. बावजूद इसके संस्थान में कार्यक्रम का आयोजन अपने आप में सवाल खड़े कर रहा है. जितने सुरक्षाकर्मी एवं अधिकारी उक्त कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे उन्हें छोड़ कुछ लोगों का ही कोविड जांच कराया गया जिसे महज खानापूर्ति कहा जा सकता है.
करीब डेढ़ घंटे तक ट्रैफिक रही अस्त- व्यस्त
महामहिम के आगमन को लेकर आदित्यपुर खरकई पुल से लेकर एनआईटी तक करीब 150 से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई इसमें जवान से लेकर प्रशासनिक पदाधिकारी तक मुस्तैद रहे. लगभग 10:45 बजे के आसपास महामहिम का काफिला करीब पांच दर्जन वाहनों के साथ संस्थान पहुंचे. इस दौरान राहगीरों को जहां- तहां रोक दिया गया. स्कूली बच्चों से लेकर आम लोगों को रोक दिया गया. करीब 12: 15 बजे महामहिम वापस लौटे जिसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली.