सरायकेला/ Pramod Singh थाना अन्तर्गत सिनी ओपी अंतर्गत एक गांव में बीती रात करीब डेढ़ बजे के आसपास दो नाबालिक युवातियों के साथ दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया है. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. पुलिस मामले को लेकर कुछ भी बताने से बचती नजर आई. युवक को ग्रामीणों ने बंधक बनाकर पूरी रात पिटाई की है. गंभीर रूप से घायल युवक को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाकर पुलिस गुरुवार तड़के सदर अस्पताल लेकर पहुंची. जहां युवक का इलाज चल रहा है. बताया जा रहा है कि घटना में शामिल दो युवक मौके का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे हैं.
जानें क्या है मामला
मिली जानकारी के अनुसार सरायकेला संजय ग्राम के तीन युवक विजय कुरली, गणेश सोय और विकास हेंब्रम एक बाईक पर सवार होकर संकोडीह मेला देखने गए थे. लौटने के क्रम में सिनी ओपी अंतर्गत एक गांव में शौच के लिए निकली दो नाबालिकों को युवकों ने धर दबोचा और उनके साथ अनैतिक घटना को अंजाम दे रहे थे. इसी दौरान ग्रामीणों ने तीनों को धर दबोचा. वैसे दो युवक गणेश और विकास अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से भाग निकले, जबकि विजय कुरली को ग्रामीणों ने पकड़ लिया और उसे बंधक बनाकर पिटाई शुरू कर दी. सूचना मिलते ही सिनी ओपी पुलिस मौके पर पहुंची और किसी तरह से युवक को ग्रामीणों के चंगुल से बाहर निकालकर अपने कब्जे में ले लिया. जिसे ईलाज के लिए गुरुवार तड़के सदर अस्पताल पहुंची. जहां उसका ईलाज चल रहा है.
क्या कहा घायल का ईलाज कर रहे चिकित्सक और ग्रामीणों की पिटाई से घायल हुए युवक ने
घायल विजय कुरली का ईलाज कर रहे सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ अजित कुमार ने बताया कि युवक के साथ मारपीट हुई है. सिनी ओपी पुलिस उसे यहां लेकर पहुंची है. उसे काफी चोटें आई है. उन्होंने बताया कि छेड़खानी के आरोप में युवक की पिटाई होने की बात पुलिस कर रही है. वहीं घायल युवक ने बताया कि मेला से लौटने के क्रम में अपने दो अन्य साथियों के साथ शराब पी थी. उसके बाद उसके दो साथियों को युवतियों के साथ गलत हरकत करते ग्रामीणों ने पकड़ लिया. दोनों मौके का फायदा उठाकर भाग निकला उसके बाद ग्रामीणों ने उसे पकड़ लिया और बंधक बनाकर पिटाई की उसके बाद मुझे कुछ याद नहीं है. वहीं पूरे मामले पर बोलने से सिनी ओपी पुलिस बचती रही.
राज्य में कोई सुरक्षित नहीं दोषियों पर हो कड़ी कार्रवाई: मनोज चौधरी
इधर घटना की सूचना मिलते ही सरायकेल नगर पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष सह भाजपा नेता मनोज कुमार चौधरी सदर अस्पताल पहुंचे और डॉक्टर एवं सिनी ओपी पुलिस से पूरे मामले की जानकारी ली. उन्होंने बताया कि राज्य में कोई भी सुरक्षित नहीं है. इस तरह से आदिवासी मां बहनों की आबरू लुट रही है और सरकार अपनी पीठ थपथपा रही है. उन्होंने पुलिस से दोषियों को तत्काल चिन्हित करते हुए कार्रवाई किए जाने की मांग की है. उन्होंने घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की है.