सरायकेला नगर पंचायत क्षेत्र में सुबह ग्यारह बजे से बिजली गुल रही, जो समाचार लिखे जाने तक गायब रही. लेकिन विभाग फॉल्ट ढूंढ पाने में नाकाम रही. उधर दिनभर उपभोक्ता बेहाल रहे. इससे जनता में विभाग के प्रति भारी आक्रोश देखी गई.
बिजलीं नहीं रहने के कारण दिनभर एक ओर जहां जनहित के कार्य प्रभावित हुए जनित कार्य बाधित हुए वहीं लोगों को गर्मी से परेशानियों का सामना करना पड़ा. यहां तक कि लोगों के घरों में पानी की भी किल्लत हुई. नगर पंचायत के उपाध्यक्ष मनोज चौधरी 11:00 बजे से ही उलीडीह के पास जमे हुए हैं.
उन्होंने बताया कि बिजली विभाग के पदाधिकारी जमशेदपुर मैं रहते हैं फोन करने पर फोन भी रिसीव नहीं करते इससे यह प्रतीत होता है कि बिजली विभाग के पदाधिकारी निकम्मे है. उन्होंने कहा कि अगर 9:00 बजे तक बिजली नहीं आई तो रात में ही सरायकेला नगर के लोग बिजली विभाग का घेराव करेंगे. मनोज चौधरी ने कहा कि बिजली की समस्या पिछले 2 महीने से चली आ रही है, लेकिन अभी तक इसका कोई समाधान नहीं हो पाया. इसके लिए सरायकेला नगर की जनता उग्र आंदोलन कर चुकी है. इसके बाद भी बिजली विभाग सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. उन्होंने कहा सरायकेला बिजली विभाग और चाईबासा नई बिजली लाइन के संवेदक की सेटिंग का खामियाजा सरायकेला वासी भुगत रहे हैं. कई दशकों के बाद चाईबासा- सरायकेला के पुराने जर्जर तारों से विद्युत आपूर्ति होती रही थी लेकिन पिछले पखवाड़े नई विद्युत लाइन की शुरुआत हुई और सरायकेला वासियों में काफी हर्ष था, क्योंकि एक युग का समापन हुआ था. लेकिन वर्तमान नई लाइन घोटाले का शिकार हो गई है.
Video
नई लाइन में घटिया किस्म के उपकरण और तार लगाए गए जो कि आज 10 दिन के अंदर दो बार टूट गए. हम लोग सुबह 11:00 बजे से लगातार कार्यपालक अभियंता, जूनियर अभियंता, संवेदक के प्रतिनिधि, संवेदक के मिस्त्री, विभाग के मिस्त्रियों पर लगातार दबाव बनाए हुए हैं, ताकि जल्द से विद्युत समस्या से सरायकेला वासियों को निदान मिल सके. उन्होंने नए ट्रांसमिशन लाईन में घोटाला का आरोप लगाते हुए उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. साथ ही दावा किया है कि नई लाइन पुरानी लाइन से भी बदतर होगी. हम लोग सुबह से उड़ी झाड़ी में है, जिसमें से मुख्य रूप से सोहन सिंह, कुणाल रथ, सुमित रथ, कृष्णा राणा द्वारा काफी मेहनत किया गया.
बाईट
मनोज कुमार चौधरी (नगर उपाध्यक्ष)