दुमका/ Mohit Kumar संथाल परगना पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा की केंद्रीय कमेटी की बैठक केंद्रीय अध्यक्ष माधव चंद्र महतो की अध्यक्षता में शहर के बंदरजोरी में सम्पन्न हुआ. संगठन को सशक्त बनाने और नए लोगों को संगठन में भागीदारी देने के लिए केंद्रीय अध्यक्ष माधव चंद्र महतो ने तत्काल प्रभाव से केंद्रीय कमेटी को भंग कर देने की घोषणा की.
तत्पश्चात सर्वसम्मति से पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा संथाल परगना का गठन करते हुए नए कमेटी का खाका तैयार करते हुए 21 सदस्यीय कमेटी के लिए सक्रिय लोगों का चयन किया गया. वर्तमान में सर्वसम्मति से पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष असीम मंडल को केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेवारी सौपीं गयी है. साथ ही अध्यक्ष की ओर से कमिटी गठन का दायित्व सौंपा गया. जिला के संगठन के लिए जयप्रकाश यादव को अध्यक्ष और जयकांत कुमार को प्रधान महासचिव की जिम्मेवारी दी गई.
ओबीसी छात्रों को संगठित करने के लिए ओबीसी छात्र मोर्चा का गठन किया गया जिसमें अध्यक्ष आशीष कुमार, उपाध्यक्ष अमित कुमार मधुकर, मृत्युंजय यादव व पांडव कुमार मरीक और महासचिव कपिलदेव मंडल को चुना गया.
अध्यक्ष माधव चंद्र महतो ने बताया कि झारखंड सरकार द्वारा दुमका जिला में ओबीसी का आरक्षण शून्य कर दिया गया है. सरकार द्वारा राज्यपाल के पास एसटी एससी ओबीसी का आरक्षण बढ़ाने का विधेयक भेजा जाता है, राजभवन द्वारा उसे वापस कर दिया जाता है. वहीं कर्नाटक में ओबीसी आरक्षण बढ़ाने वाला विधेयक को राजपाल पारित कर देते हैं. उन्होंने कहा कि देश एक है संविधान एक है लेकिन अलग- अलग प्रांतों में दोरंगी नीति सही नहीं है. उन्होंने कहा कि ओबीसी ही ओबीसी की बात करेगा और ओबीसी ही राज करेगा.
जिला आरक्षण रोस्टर में ईडब्ल्यूएस को 10% आरक्षण देने के विरोध में उसके नोटिफिकेशन की प्रतियां जलाई जाएंगी और गाँव गाँव में राज्यपाल और मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया जाएगा. प्रत्येक पंचायत मुख्यालय में धरना- प्रदर्शन का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. उसके बाद दसों प्रखंड मुख्यालय में एक साथ धरना प्रदर्शन तत्पश्चात जिला मुख्यालय में धरना- प्रदर्शन किया जाएगा. उसके बाद भी सरकार मांग पूरा नहीं करती है तो जेल भरो अभियान की शुरुआत किया जाएगा. इसके पूर्व 15 दिनों के अंदर सभी कमेटी को अंतिम रूप दिया जाएगा.
कार्यक्रम में मुख्य रूप से असीम कुमार मंडल, डॉ अमरेंद्र यादव, सुधीर कुमार मंडल, रंजीत जयसवाल, वरुण यादव, दिवाकर महतो, शिव नारायण दर्वे, जयप्रकाश यादव, अजीत कुमार मांझी, लालमोहन राय, दयामय माजी, जयकांत कुमार, चंद्रशेखर यादव, सुरेंद्र यादव विजय कापरी, सीताराम मंडल, श्यामसुंदर मोदी, महादेव यादव, पवित्र कुमार मंडल, मनोज कुमार पंडित, संजय जयसवाल, जितेंद्र कुमार, दशरथ मांझी, कंचन यादव, बिहारी यादव जितेंद्र प्रसाद साह, बालेश्वर सिंह, जितेश कुमार दास, अरुण पंजियारा, कपिल देव मंडल, अमरनाथ साह, संतोष यादव, दिव्येंदु सील, जनसंघ मंडल जनार्दन पंडित सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे.