रांची: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने गुरुवार को नागर विमानन विभाग की योजनाओं एवं कार्यों की उच्चस्तरीय की समीक्षा में के क्रम में कहा नागर विमानन विभाग को और बेहतर तथा क्रियाशील बनाने की जरूरत है. विभाग को एक रेवेन्यू मॉडल के रूप में विकसित किया जाना चाहिए.
इससे राज्य में विमानन सेवाओं को और बेहतर बनाने में मदद मिलेगी. मुख्यमंत्री ने नागर विमानन विभाग की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को ये निर्देश दिए. बैठक में नागर विमानन विभाग की सेवाओं का व्यवसायिक इस्तेमाल, फ्लाइंग एकेडमी शुरू करने, नागर विमानन निदेशालय का गठन और हवाई अड्डा परिसर में सोलर पार्क की स्थापना करने समेत कई अन्य विषयों पर विस्तार से विमर्श हुआ.
*नागर विमानन के व्यवसायिक इस्तेमाल को लेकर योजना बनाएं*
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में नागर विमानन विभाग की सेवाओं को सरकार की जरूरतों के साथ-साथ व्यवसायिक बनाने की आवश्यकता है, ताकि सरकार को अतिरिक्त राजस्व की प्राप्ति हो सके. उन्होंने विभाग के अधिकारियों को इस दिशा में योजना बनाने का निर्देश दिया. इसके लिए उन्होंने टूरिज्म सर्किट और एंबुलेंस सेवा समेत अन्य बेहतर विकल्प तलाशने की दिशा में पहल करने को कहा. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दिशा में जरूरत पड़ने पर और भी चौपर सरकार उपलब्ध कराएगी. मुख्यमंत्री ने राज्य के युवाओं के विमानन क्षेत्र में बेहतर भविष्य को लेकर नागर विमानन विभाग को फ्लाइंग एकेडमी शुरू करने की दिशा में पहल करने का निर्देश दिया. यहां एयर होस्टेस की ट्रेनिंग की भी व्यवस्था होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि फ्लाइंग एकेडमी के संचालन को लेकर लगभग सारी आधारभूत संरचना हमारे यहां उपलब्ध है. ऐसे में इसका सदुपयोग किया जाना चाहिए. इस मौके पर उन्होंने विभाग को 31 जुलाई तक विस्तृत कार्य योजना बनाने को कहा ताकि इसे शुरू किया जा सके.
मुख्यमंत्री ने कहा कि रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर नाइट हॉल्ट की सुविधा शुरू होनी चाहिए. इसके लिए विभिन्न विमानन कंपनियों से संपर्क करने का निर्देश उन्होंने अधिकारियों को दिया. उन्होंने कहा कि यहां नाइट हॉल्ट की सुविधा शुरू होने से अहले सुबह भी विमानन सेवाओं को और सुचारू तरीके से संचालित किया जा सकेगा, जिसका फायदा विमान यात्रियों को होगा. मुख्यमंत्री ने दुमका, धनबाद, गिरिडीह, बोकारो और देवघर समेत अन्य हवाई अड्डों के परिसरों में सोलर पार्क स्थापित करने का भी निर्देश अधिकारियों को दिया. उन्होंने नागर विमानन निदेशालय का गठन करने की दिशा में सभी जरूरी कदम उठाने को भी कहा. उन्होंने कहा कि सरकार की यही कोशिश है कि राज्य में भी विमानन सेवाओं का फायदा ज्यादा से ज्यादा लोगों की पहुंच में हो. बैठक में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, कार्मिक विभाग की प्रधान सचिव वंदना डाडेल, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, मुख्यमंत्री के सलाहकार कैप्टन अजय श्रीवास्तव तथा कैप्टन एसपी सिन्हा मौजूद थे.
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