रांची: झारखंड की राजधानी रांची में हुई बहुचर्चित भाजपा नेता अनिल टाइगर हत्याकांड का आखिरकार रांची पुलिस ने खुलासा कर लिया है. इस पूरी घटना में शामिल मुख्य साजिशकर्ता देवव्रत नाथ शाहदेव सहित पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जिसमें दो कुख्यात शूटर भी शामिल है.


भाजपा नेता अनिल टाइगर की हत्या रांची के कांके थाना क्षेत्र के ही 10 एकड़ की बेशकीमती जमीन को लेकर हुए विवाद के बाद शूटरों के माध्यम से दो लाख की सुपारी देकर करवाई गई थी. मामले का उद्वेदन करते हुए डीआइजी सह रांची के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि अनुसंधान के दौरान यह जानकारी लगी कि अनिल टाइगर और जमीन कारोबारी देवव्रत नाथ शाहदेव जो रांची के ही किशोरगंज के पालकोट हाउस के रहने वाले हैं, उनके बीच पिछले कुछ वर्षों से 10 एकड़ की बेशकिमती जमीन को लेकर विवाद चल रही थी, जो रांची के ही कांके थाना क्षेत्र के चामगुरु मौजा मे स्थित है.
जमीन पर कब्जा कर देवव्रत नाथ शाहदेव उसकी बिक्री करना चाहते थे, लेकिन बीजेपी नेता अनिल महतो उर्फ अनिल टाइगर ग्रामीणों के सहयोग से उसका विरोध कर रहे थे. इस विवाद को सुझाने के लिए दोनो के बीच वार्ता भी हुई था जो असफल रही. इस बीच दिसंबर 2023 में रांची के ही हरमू के विनोद पासवान नामक व्यक्ति ने अनिल महतो के साथ देवव्रतनाथ शाहदेव की वार्ता कराई. उस वक्त अनिल टाइगर ने ₹50,000 प्रति डिसमिल के दर, से 4.50 करोड़ रुपए की मांग की थी और कहा कि इसके बाद कोई विरोध नहीं होगा. इस बैठक में ही देवव्रत नाथ शाहदेव ने अनिल महतो को धमकी देते हुए उन पर पिस्टल भी तान दिया था.
बैठक असफल रहने और बार- बार अनिल महतो द्वारा जमीन को लेकर विरोध किए जाने के कारण मुख्य साजिशकर्ता देवव्रत नाथ शाहदेव ने अनिल महतो को रास्ते से हटाने की साजिश रचते हुए अपराधकर्मी अभिषेक सिन्हा उर्फ सूरज सिन्हा, को हत्या की सुपारी दे दी.
अपराधकर्मी अभिषेक सिन्हा ने अपने दो शूटर अमन सिंह और रोहित वर्मा को दो लाख का भुगतान कर 26 मार्च को रांची में दिनदहाड़े अनिल टाइगर की गोली मरवाकर हत्या करवाई थी. हत्या की पूरी प्लानिक कोलकाता के एक होटल में बैठकर की गई थी और रांची में हत्या हुई थी. इस मामले में मुख्य साजिश करता देवव्रत नाथ शाहदेव के साथ अभिषेक सिन्हा, अमन सिंह, रोहित वर्मा, जीशान अख्तर उर्फ जीसू, मनीष चौरसिया और अजय कुमार रजक को गिरफ्तार किया गया है.
