राम मंदिर पर फैसला सुनाने वाले सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस अशोक भूषण के प्रयागराज स्थित पैतृक मकान पर बमबाजी का सनसनीखेज मामला सामने आया है. सोमवार शाम लगभग साढ़े पांच बजे उनके घर के बाहर एक के बाद एक दो बम फोड़ने के बाद बदमाश मौके से भाग गए. बमबाजी की सूचना पर कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची. कर्नलगंज थाना क्षेत्र के हाशिमपुर मोहल्ले में सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस अशोक भूषण का पैतृक मकान है. सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस अशोक भूषण परिवार के साथ कैंट थाना क्षेत्र के अशोक नगर में रहते हैं. हाशिमपुर के पैतृक मकान में उनके भाई और इलाहाबाद हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल भूषण परिवार समेत रहते हैं.
अनिल भूषण के मुताबिक, तेज धमाके के साथ दो बम फोड़े गये थे. धमाके की आवाज सुनकर जब वे बाहर निकले तब तक बाइक सवार बदमाश फरार हो गए थे. उनके मुताबिक, उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है, इस घटना की जानकारी पुलिस को दे दी गई है. पुलिस जांच पड़ताल में जुटी है. वकील अनिल भूषण के मुताबिक, घर रंगाई-पुताई का काम चल रहा था, इसलिए सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर बंद था, लेकिन पुलिस सड़क पर लगे सरकारी सीसीटीवी कैमरे के फुटेज के आधार पर जांच कर रही है.
वहीं इस मामले में आईजी प्रयागराज रेंज केपी सिंह का कहना है कि कर्नलगंज थाने में तेज रफ्तार बाइक चलाने और विस्फोटक फेंकने के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है. क्राइम ब्रांच, सर्विलांस और कर्नलगंज थाने की पुलिस ने बाइक और तेज आवाज वाले विस्फोटक फेंकने वाले आरोपियों की भी पहचान कर ली गई है. आईजी प्रयागराज रेंज केपी सिंह के मुताबिक, रिटायर्ड जज जस्टिस अशोक भूषण के आवास के सामने चाय की दुकान है, चाय की दुकान का ठेला लगाने वाली का आरोपियों से पारिवारिक विवाद है, उसी विवाद के मद्देनजर आरोपियों ने चाय वाले को धमकाने के लिए तेज आवाज के विस्फोटक को फेंककर दहशत फैलाने की कोशिश की है.
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