राजनगर: शुक्रवार को बिजली मिस्त्री जितेन मंडल के करंट की चपेट में आकर खम्भे से गिरकर मौत मामले में पुलिस ने विभाग के तीन कर्मियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. इनमें से लालू महतो, लंबू महतो और बिट्टू उर्फ कृष्णा शामिल हैं.
लोगों का गुस्सा लाइनमैन लालू महतो और लंबू महतो पर अधिक फूट रहा है. लोगों का कहना है कि बिजली विभाग में लालू महतो के कारण अभी तक कई मिस्त्रियों की जान गई है और कई हादसे का शिकार हुए हैं.
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लालू महतो
लालू महतो भी राजनगर थाना क्षेत्र के हाकासरा गांव का रहने वाला है और वह विद्युत उपकेंद्र राजनगर में कार्य करता है, वहीं रहता है. कहीं भी फॉल्ट हो तो मिस्त्री को इधर- उधर भेजने का काम लालू ही करता है. एक तरह से माना जाए तो यह जेई की अनुपस्थित में बिजली फाल्ट दुरुस्त करने का काम देख- रेख करता है. इधर लालू महतो एवं लंबू ने पूछताछ में बताया कि फॉल्ट की जानकारी मिलने पर राजनगर दुर्गा मैदान में इंसुलेटर बदलने का काम किया जा रहा था. जितेन ऊपर इंसुलेटर बदल रहा था, तभी करंट आ गई. लंबू महतो ने बताया कि उपकेंद्र में बिट्टू साहू था, उसने करंट ऑन किया था. इधर मृतक जितेन कि मां का रो- रो कर बुरा हाल है, रात ग्यारह बजे तक थाना में मां रोती बिलखती रही और बार- बार बेहोश होती रही.
उधर मृतक की मां तरुलता मंडल ने एफआईआर में लंबू महतो का नाम नहीं दिया है, उस पर केस नहीं किया गया है, क्योंकि वह भी मरम्मती के कार्य के दौरान घटना स्थल पर था,. एफआईआर में विद्युत उपकेंद्र में मौजूद लालू महतो और बिट्टू पर केस किया गया है. वहीं विभाग पर लापरवाही के चलते एसडीओ और जेई पर भी आरोप लगे हैं. ऐसे में देखना यह दिलचस्प होगा कि, क्या विभागीय अधिकारी नपेंगे या छोटे कर्मचारियों पर ही गाज गिरेगी. फिलहाल लालू और बिट्टू पुलिस की गिरफ्त में है.
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