राजनगर (Pitambar Soy) आगामी 21 मार्च को जमशेदपुर के रीगल मैदान में स्वतंत्रता सेनानी रघुनाथ महतो की 285वीं जन्म जयंती मनाई जाएगी. कार्यक्रम में राजनगर प्रखंड से हजारों कुड़मी समाज के लोग रीगल मैदान में श्रद्धांजलि अर्पित करने जाएंगे.
जिसको लेकर सोमवार को रघुनाथ महतो चुआड़ सेना की ओर से राजनगर के भीमखंदा में बैठक आयोजित किया गया. जिसमें में राजनगर प्रखंड के विभिन्न गांवों से समाज के बुद्धिजीवी शामिल हुए. मौके पर बतौर मुख्य अतिथि पूर्व सांसद शैलेंद्र महतो ने कहा कि राजनगर क्रांतिकारियों की धरती है. यहां देश की आजादी की लड़ाई से लेकर अलग राज्य के आंदोलन भी आदिवासी- मूलवासियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, लेकिन दुर्भाग्य से इतिहास के पन्नों में इसे दर्ज नहीं किया गया.
उन्होंने कहा कि देश के प्रथम स्वतंत्रता सेनानी व 1769 में हुए चुआड़ विद्रोह के नायक शहीद रघुनाथ महतो की जयंती के मौके पर आगामी 21 मार्च को रीगल मैदान में कार्यक्रम आयोजित किया गया है. कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में कुड़मियों का जुटान होगा. उन्होंने कहा कि आंदोलन से ही हर सफलता मिलती है. राज्य में कुड़मालि भाषा को द्वितीय भाषा का दर्जा भी आंदोलन के बदौलत मिली है और वह दिन दूर नहीं जब कुड़मी जाति पुनः एसटी की सूची में शामिल होगी. उन्होंने रीगल मैदान में हजारों की संख्या में लोगों को पहुंचने का आह्वान करते हुए कहा कि विश्वास रखें आंदोलन का फल जरूर मिलेगा. उन्होंने कहा कि पूर्व कुलपति देव कुमार धान समेत कई गैर कुड़मी बुद्धिजीवी की किताबों से भी साबित हो चुका है कि कुड़मी गैर सरकारी आदिवासी हैं. इस बैठक में मुख्य रूप से भुवनेश्वर महतो, लालटू महतो, लालचंद महतो लखीचरण महतो, लक्ष्मी नारायण महतो समेत कई उपस्थित थे.