राजनगरः सिंहभूम सांसद गीता कोड़ा एवं पूर्व सीएम मधु कोड़ा के निर्देश पर सांसद प्रतिनिधि मोतीलाल गौड़ एवं विशु हेम्ब्रम इन दिनों लगातार क्षेत्र का दौरा कर अनाथ बच्चों एवं असहाय लोगों की सुधि लेकर सरकारी योजनाओं से जोड़ने का काम कर रहे हैं. बुधवार को प्रतिनिधियों ने केन्दमुंडी पंचायत के बिददिरी गांव के चार अनाथ बच्चों से मुलाकात कर उन्हें राहत के लिए सूखा राशन प्रदान किया. विदित रहे कि बिददिरी गांव के दसवी कक्षा के छात्र सुमन हेम्ब्रम, नौवीं कक्षा की छात्रा सुषमा हेम्ब्रम, मंजीत हेम्ब्रम एवं शीला हेम्ब्रम के पिता विश्वनाथ हेम्ब्रम का इसी साल फरवरी महीने में कोरोना से निधन हो गया था. जिससे चारों बच्चे अनाथ हो गए थे. बच्चों की मां शुरूमनी हेम्ब्रम की लगभग तीन साल पूर्व ही मृत्यु हो चुकी है. माता- पिता के देहांत के बाद चारों बच्चों की लालन पालन की जिम्मेदारी उनके बड़े पिताजी बुद्धेश्वर हेंब्रम कंधे पर है. बुद्धेश्वर हेंब्रम खुद भी अपाहिज हैं. उसका दहिना पैर पतला है. साथ ही उनकी पत्नी की भी मौत हो चुकी है. सांसद प्रतिनिधियों ने दोनों छोटे बच्चों को स्पॉन्सरशिप स्किम का लाभ से जोड़ने की बात कही. साथ ही शीला हेम्ब्रम को अगले वर्ष कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में तथा मंजीत हेम्ब्रम को किसी आवासीय विद्यालय में दाखिला कर दोनों बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था करने की बात कही. इसी तरह सांसद प्रतिनिधियों ने तुमुंग पंचायत के नाटायरुली गांव में अनाथ राकेश हो, मईया हो एवं मोनिका हो से भी मुलाकात कर सारी जानकारी लेते हुए तत्काल सूखा राशन दिया. साथ ही इन्हें भी सरकारी सुविधाएं दिलाने का भरोसा दिया. गोरतलब है कि नाटायरुली निवासी हुड़िग हो एवं गुरुवारी हो का देहांत दो साल पहले हो चुका है. इसके बाद उनके तीन बच्चे अनाथ हो गये हैं. सभी अनाथ बच्चों की देखभाल उनके बड़े पिताजी जगदीश हो कर रहे हैं. वैसे सांसद प्रतिनिधियों के आश्वासन के बाद सभी अनाथ बच्चों को उम्मीद की किरण नजर आयी. इस दौरान संजय हांसादा एवं ग्राम प्रधान यशवंत सरदार भी मौजूद रहे.
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