राजनगर/ Pitambar Soy झारखंड में हेमंत सरकार द्वारा 2016 के नियोजन नीति के आधार पर बनाई गई नई नियोजन नीति के खिलाफ झारखण्डी भाषा ख़तियानी संघर्ष समिति एवं छात्र संगठनों ने सोमवार को राजनगर में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, मंत्री आलमगीर आलम, चम्पई सोरेन एवं बन्ना गुप्ता की शव यात्रा निकाली और मंत्रियों का पुतला दहन किया.
शवयात्रा राजनगर ब्लॉक मैदान से प्रारंभ होते हुए राजनगर मुख्य बाजार का भ्रमण किया गया. इसके बाद सिदो कान्हू चौक पर सरकार का पुतला दहन किया. इस दौरान 60- 40 नाय चालतो- नाय चालतो के नारे लगाए गए. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि हेमन्त सरकार द्वारा लाई गई नियोजन नीति से भारतवर्ष के लोगों को नौकरियों में घुसने की खुली छूट दी गई है. आज यदि 40 प्रतिशत बाहरी घुसेंगे, तो कल उनके बच्चों के लिए 60 प्रतिशत का दरवाजा स्वतः खुल जायेगा. चूंकि अभी तक स्थानीयता परिभाषित नहीं है. कौन स्थानीय है. ऐसे में आज यदि 40 प्रतिशत में बाहरी घुसेंगे तो कल उनके बच्चे खुद को स्थानीय बता 60 प्रतिशत में भी डाका डालेंगे. फिर झारखंड अलग राज्य होने का क्या मतलब रह जायेगा. यहां के आदिवासी मूलवासियों के अधिकार पर बाहरी हक मरते रहेंगे.