सरायकेला औद्योगिक क्षेत्र फेज 4 स्थित चंदूका मिनरल्स एंड केमिकल्स की मुसबतें बढ़ सकती हैं. जहां गुरुवार को सरायकेला एसडीएम रामकृष्ण कुमार ने दबिश देते हुए कंपनी के मजदूरों से पूछताछ की. वैसे इस दौरान कंपनी के सारे अधिकारी भाग निकले.
इस दौरान एसडीएम के अलावा फैक्ट्री इंस्पेक्टर और गम्हरिया थाना प्रभारी भी मौजूद रहे. छापेमारी के दौरान तीन संदिग्ध बाल श्रमिकों को मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया है. जानकारी देते हुए एसडीएम रामकृष्ण कुमार ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि कंपनी में मजदूरों का शोषण किया जा रहा है, जिसकी जांच करने वे यहां पहुंचे हैं. हालांकि न्यूनतम मजदूरी के और सेफ्टी के सवाल पर उन्होंने कंपनी के पदाधिकारियों से पूछताछ के बाद ही कुछ भी बताने की बात कहीं.
वैसे मजदूरों ने बताया कि उन्हें 12 घण्टा काम के एवज में महज 8 हजार रुपए दिए जाते हैं. साथ ही दो दिन पूर्व ही उन्हें सेफ्टी किट मुहैया कराया गया है. गौरतलब है कि चंदूका मिनरल्स के मालिक संगम अग्रवाल पर मजदूरों का शोषण करने और बीते दिनों सुरक्षाकर्मी प्रमोद पंडित के साथ मारपीट करने का आरोप लगा है. इसको लेकर आदित्यपुर थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है. जिसके बाद राज्य के उद्योग मंत्री ने मामले पर संज्ञान लेते हुए उद्यमी पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया था. साथ ही एक टीम गठित कर रिपोर्ट भी तलब किया है.
जिसके बाद से ही संगम अग्रवाल पर गिरफ्तारी का खतरा मंडराने लगा है. हालांकि संगम अग्रवाल की अबतक गिरफ्तारी नहीं होने को लेकर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं. फिलहाल उद्यमी संगम अग्रवाल की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है. वैसे एसडीएम रामकृष्ण कुमार आगे क्या एक्शन लेते हैं इसपर हमारी नजर बनी रहेगी.
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