पोटका: श्रीश्री योगेश्वरी आनंदमयी सेवा प्रतिष्ठान माताजी आश्रम हाता में झारखंड साहित्य संस्कृति परिषद की एक अवश्यक बैठक आयोजित की गई. बैठक की अध्यक्षता शिक्षाविद रघुनंदन बनर्जी ने की.
बैठक के पूर्व परिषद सचिव शंकर चंद्र गोप ने सभी सदस्यों को स्वागत किया. बैठक में झारखंड प्रभा, 2022 को अंतिम रूप दिया गया. लेखकों ने अपनी अपनी रचनायें और विज्ञापन भी जमा किया. बैठक में रचनाएं और विज्ञापन जमा करने की तिथि को आगामी 15 अगस्त 2022 तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया.
अध्यक्ष भाषण देते हुए रघु नंदन बनर्जी ने कहा झारखंड प्रभा भाषा एकता का मिशाल है. आज जब समाज मे धर्म, जाति और भाषा के नाम पर लड़ाई झगड़ा हो रहा है इस बिषम परिस्थिति में हाता के माताजी आश्रम धार्मिक एकता और झारखंड साहित्य संस्कृति परिषद जाति और भाषा एकता का प्रचार प्रसार में काम कर रहा है. बहुभाषी साहित्यिक पत्रिका झारखंड प्रभा उसका उदाहरण है.
पत्रिका में आठ से दस भाषाओं को शामिल किया गया है. बैठक के अंत मे धन्यवाद ज्ञापन भबतारण मंडल ने किया. बैठक का संचालन सुनील कुमार दे ने किया. बैठक में बिनोद ज्योतिषी, महेश बियानी, राजकुमार साहू, जयदेव मुखर्जी, कृष्ण पद मंडल, आशुतोष मंडल, उज्वल कुमार मंडल, आशीष कुमार मंडल, अजित कुमार कुम्भकार, शक्ति शेखर रजक, सनत मंडल, आनंद साहू, सुधांशु शेखर मिश्र, लोचना मंडल, अंजलि मंडल, तपन कुमार मंडल, कृष्ण गोप, जनमेजय सरदार, निरंजन सरदार, दिलीप कुमार मंडल, डॉ राजीब लोचन महतो, दिनेश सरदार, जय सिंह भूमिज, डॉ विकास चंद्र भकत आदि उपस्थित थे.
विज्ञापन
विज्ञापन