इंदौर के किसानों को सरकार की ओर से अफीम की खेती करने की अनुमति मिली है
. मगर किसानों को डोडे के एक- एक बूंद का हिसाब देना होता है. मगर तोते किसानों के लिए मुसीबत बनते जा रहे हैं. सैकड़ों हेक्टेयर जमीन पर अफीम की खेती कर रहे किसानों को तोते बर्बाद करने पर तुले हैं. तोते अफीम के कलियों से निकलनेवाले डोडे चट कर रहे हैं.
दिन हो या रात तोते झुंडों में खेतों पर धावा बोलकर अफीम की कलियों को चट कर डालते हैं. तोतों के इस हरकत से क्षेत्र के किसानों में दहशत है. उधर विशेषज्ञों का कहना है कि तोते अफीम से निकलनेवाले नशीले पदार्थ के आदी हो गए हैं. उन्हें अफीम की लत लग गई है उन्हें इतनी आसानी से काबू में करना संभव नहीं. विदित रहे कि अफीम का उपयोग दवाइयां बनाने में होता है. सरकार इसको ध्यान में रखकर किसानों को अफीम की खेती का लाइसेंस निर्गत करती है. हालांकि इसके लिए सरकार की ओर से सख्त पाबंदियों का सामना भी किसानों को करना पड़ता है और डोडे के एक- एक बूंद का हिसाब देना होता है.