RANCHI राज्य सरकार द्वारा टेट विसंगति से प्रभावित सहायक अध्यापकों (पारा शिक्षक) को मानदेय बढ़ोत्तरी से वंचित रखने एवं टेट पास सहायक अध्यापकों के सीधे समायोजन के मुद्दे को लेकर सूबे के सहायक अध्यापक एक बार फिर रणनीति बनाने में जुट गए हैं. रविवार को टेट सफल सहायक अध्यापक संघ झारखण्ड प्रदेश की एक राज्यस्तरीय बैठक राजधानी रांची के हरमू मैदान में आयोजित की गई.
संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रमोद कुमार की अध्यक्षता में आयोजित उक्त बैठक में राज्य सरकार द्वारा टेट विसंगति से प्रभावित सहायक अध्यापकों को बढ़े हुए मानदेय के लाभ से वंचित रखने पर विस्तृत चर्चा की गई. इस पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि मामले के निष्पादन हेतु झारखण्ड विधानसभा बजट सत्र के पश्चात शिक्षा मंत्री और अधिकारियों से मुलाक़ात कर दो टूक विसंगति निराकरण का पत्र जारी करने की चेतावनी दी जाएगी. अन्यथा की स्थिति में उग्र आंदोलन का आगाज किया जाएगा. समायोजन के मुद्दे पर निर्णय लिया गया कि विधानसभा सत्र के बाद इस मुद्दे पर माननीय मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से मुलाक़ात कर बातचीत की जाएगी. उपस्थित वक्ताओं ने संबोधित करते हुए कहा कि नियमावली के संबंध में आयोजित अंतिम वार्ता के दौरान माननीय शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा था कि जनवरी के पश्चात समायोजन के मुद्दे पर टेट सफल सहायक अध्यापकों के साथ स्वतंत्र वार्ता की जाएगी किंतु दुर्भाग्यपूर्ण है कि तकरीबन दो महीने बीत जाने के बावजूद सरकार की ओर से वार्ता के लिए पहल नहीं की गई है. टेट सफल सहायक अध्यापक नयी शिक्षा नीति और एनसीटीई के मानकों को पूर्ण करते हुए पूर्ण सरकारी शिक्षक बनने की दावेदारी रखते हैं. ऐसे में महज़ मानदेय बढ़ोत्तरी का झुनझुना थमा देने भर से टेट सफल सहायक अध्यापक चुप बैठने वाले नहीं हैं. माननीय मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से मुलाक़ात करने के बाद सीधे समायोजन के लिए अधिकारियों, मंत्री और सहायक अध्यापक प्रतिनिधियों की अंतिम रूप से एक सामूहिक वार्ता का आग्रह किया जाएगा. अगर शीघ्र सीधा समायोजन नहीं हुआ तो संघ वृहत स्तर पर आंदोलन का बिगुल फूँकेगा. इसके अलावा बैठक में आगे के आंदोलन के लिए प्रखण्ड से जिला तक संगठन को मजबूत करने का निर्णय लिया गया. बैठक में मुख्य रूप से संघ के महासचिव मोहन मंडल, वार्ताकार सदस्य नारायण महतो, सुनील यादव, मीना कुमारी, सीमांत घोषाल, कुणाल दास, संजय मेहता, मनोज सिंह, तमाम जिलों से कोर कमिटी सदस्य एवं सैकड़ों की संख्या में टेट सफल सहायक अध्यापक मौजूद थे.