देहरादून। शुक्रवार की रात उत्तराखंड सरकार (Uttarakhand Government) के मंत्री बंशीधर भगत (Banshidhar Bhagat) विद्युत आपूर्ति सुचारु न होने से आक्रोशित ग्रामीणों के साथ खुद धरने पर बैठ गए थे. इधर, राजधानी देहरादून में भी ठीक इसी स्टाइल में धर्मपुर के विधायक विनोद चमोली (Vinod Chamoli) भी अपने आवास के बाहर प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ सड़क पर धरने पर बैठ गए. लेकिन प्रदर्शन में शामिल युवाओं द्वारा तंज कसे जाने से विधायक विनोद चमोली भड़क उठे. विधायक ने क्षेत्र में अब तक कराए गए सभी काम गिनाते हुए विरोध कर रहे लोगों को जमकर खरी खोटी सुनाई. विधायक विनोद चमोली इससे पहले तीन बार नगर निगम देहरादून के मेयर रह चुके हैं.
गुस्से में आए विधायक ने कहा कि अगर मैं नहीं चाहता तो तुम लोग आज भी गांव की तरह रहते, नगर निगम में नहीं होते. मैंने ही आपके क्षेत्र को नगर निगम में शामिल करवाया. विधायक ने कहा कि मेरे घर पर आकर मेरी बेइज्जती करते हो. गलती कर दी चुनाव लड़ गया. नहीं लडेंगे अब. विधायक यहां तक बोल गए कि अब भाड़ में जाए तुम्हारा टिकट और तुम्हारा चुनाव. हमने बहुत बड़ी गलती कर दी जो तुम लोगों के बीच राजनीति कर ली. तुम लोग किसी को नहीं पनपने दोगे.
दरअसल, ये सभी लोग विनोद चमोली की विधानसभा धर्मपुर के ऋषिविहार के रहने वाले थे. उनका आरोप था कि क्षेत्र में सड़कों से लेकर नालियों का बुरा हाल है, लेकिन विधायक ने आज तक क्षेत्र की सुध नहीं ली. ऋषिविहार में नाले का पूरा पानी सड़क में बह रहा है उसे कोई देखने वाला नहीं है. इस पर विधायक ने लोगों को बताया कि जो नाला है उसके ट्रीटमेंट की मुख्यमंत्री की घोषणा है. सभी जरुरी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं, केवल जीओ जारी होना बाकी है. अगले 15 दिन में इसे भी करा लिया जाएगा, लेकिन लोग आश्वस्त नहीं हुए और घर के बाहर सड़क पर बैठ गए. इससे विधायक को गुस्सा आ गया. उन्होंने कहा कि इसके अलावा कोई और रास्ता है, तो लोग बता दें. बहरहाल, चुनावों के नजदीक आते ही बीजेपी विधायकों पर अब जनता का दबाव बढ़ने लगा है. जनता अब पूछने लगी है कि पिछले चुनाव में जो वायदा किया था, उसका क्या हुआ ?
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