खरसावां: रविवार को खरसावां के कुम्हारसाई सामुदायिक भवन में सरायकेला- खरसावां जिला उत्कल सम्मेलनी द्वारा झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) के मैट्रिक बोर्ड एवं इंटर परीक्षा में उत्तीर्ण उड़िया विद्यार्थियों के लिए एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया.
इस सम्मारोह में मैट्रिक व इंटर परीक्षा में उत्तीर्ण विभिन्न विधालयों के 40 विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. समारोह में मुख्य रूप से उपस्थित खरसावां थाना प्रभारी पिंटु मेहता ने कहा कि भाषा- साहित्य के विकास की गति को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्वता, ईमानदार प्रयास और दृष्टि आवश्यक है. विद्यार्थियों के कड़े परिश्रम से ही लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है. भाषा- साहित्य के सुनहरे कल के लिए आज को संवारने की जरूरत है.
वहीं सेवानिवृत शिक्षक कामख्या प्रसाद षांड़गी ने कहा कि आज के परिपेक्ष्य में देश के हर क्षेत्र में उडिया भाषा- भाषी रहते है, जो अपनी संस्कृति व भाषा के प्रति संवेदनशील है. भाषा- साहित्य की रक्षा एवं विकास शिक्षकों का परम कर्तव्य है. इसके लिए शिक्षक अपने कर्तव्य का निर्वाहन सुनिश्चित करे. यदि शिक्षक अपने कर्तव्यों का निर्वहन इमानदारी पूर्वक करते है, तो भाषा- साहित्य का विकास अवश्य होगा. इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से खरसावां थाना प्रभारी पिंटु मेहता, सेवानिवृत्त शिक्षक कामख्या प्रसाद षांड़गी, हरिश चन्द्र आचार्य, उत्कल सम्मेलनी के जिला प्ररिदर्शक सुशील षांड़गी, उत्कल सम्मेलनी के सचिव अजय प्रधान, सुमंत महांती, विरोजा पति, शम्भू मंडल, सुशांत षांड़गी, सुजीत हाजरा, सपन मंड़ल, मुन्ना मंहाती, संजीत प्रधान, जयजीत षांड़गी, भरत चन्द्र मिश्रा, भागरथी प्रसाद दे आदि मौजूद थे.