खरसावां के गितीलता शिव मंदिर में आषाढ संक्रांति के उपलक्ष्य में दो दिनों से चली आ रही भगवान शिव अराधना के साथ पूजा- अर्चना संपन्न हो गई. पूजा के अंतिम दिन श्रद्धालुओं ने भगवान के समक्ष शीश झुकाते हुए विधि- विधान से पूजा- अर्चना किया. साथ ही परिवार की सुख समद्वि और क्षेत्र की खुशहाली के लिए कामना की.
शिव भक्तों ने जलती अंगारों पर नंगे पाव चलकर अपने भक्ति भाव का प्रदर्शन किया. अंगारों में बड़े बुजुर्ग ही नहीं नन्हे भक्तों ने जलते अंगारों पर चल भगवान भोलेनाथ की जकारे लगाते हुए भक्ति का परिचय दिया. इस दौरान श्रद्वालुओं ने पूजा अर्चना के साथ कालीका घाट, मोडा पाठ, सोती पाठ, रजनी फोड़ा की परंम्पराओं का निर्वाहन किया गया. श्रद्वालुओं ने भगवान से प्रार्थना करते हुए कहा कि क्षेत्र में अपनी कृपा बनाये रखे. भगवान शिव के मंदिर में पहुचे श्रद्वालु एक पक्ष है आस्था दूसरा पक्ष. शिव के प्रति आस्था हृदय से निकलती है. खुशिया दिखती नहीं खुशी को कोई खरीद नही सकता है. जब आस्था व विश्वास बढ़ता है, तभी खुशी मन से निकलता है. वहीं रोजो मेला का श्रद्वालुओं ने आनंद उठाया.
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