खरसावां : खरसावां के अग्र परियोजना पदाधिकारी (पीपीओ) अखिलेश्वर प्रसाद सरकारी सेवा से सेवानिवृत्त हो गए. विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों ने पीपीसी कार्यालय परिसर में शनिवार को उन्हें विदाई दी. श्री प्रसाद ने 28 जनवरी 2000 को योगदान किया था. उन्होंने उद्योग विभाग को 23 वर्ष तक सेवा दी. उन्होंने बताया कि अपने 23 वर्षों के कार्यकाल के दौरान भरभरिया, देवरासाई, पीपीसी रातु, लोहरदगा, महेश्वरपुर, झारखंड रेशम विकास संस्थान रांची, पीपीसी नोवामुंडी, पीपीसी रांची एवं पीपीसी खरसावां में अपनी सेवा दे चुका हूं. विगत 25 फरवरी 2022 को खरसावां अग्र परियोजना केंद्र में योगदान किया था, जहां से पिछले 30 जून को सेवानिवृत्त हुए.
विदाई समारोह में मुख्य रूप से उपस्थित चाईबासा पीपीओ कृष्ण कुमार यादव, पीपीओ प्रदीप महतो, परिदर्शक लक्ष्मण बिरुवा व अन्य ने सेवानिवृत्त पीपीओ अखिलेश्वर प्रसाद को उपहार प्रदान कर विदाई दी. मौके पर श्री यादव ने कहा कि पीपीओ रहते हुए श्री प्रसाद ने अपने कार्यो को सुचारू रूप से संपन्न किया. उन्होंने अपने कार्यकाल में सफलता की बड़ी लकीर खींची है. अपने ज्ञान एवं अनुभव से सदैव उद्योग विभाग को लाभान्वित किया तथा अपने कार्यस्थल में स्वस्थ्य एवं निष्पक्ष कार्य दशाएं कायम कर आपसी सामंजस्य एवं सहयोग से कार्य सम्पादित किया.
उन्होंने श्री प्रसाद के सपरिवार उज्जवल भविष्य की ईश्वर से कामना की. वहीं पीपीओ श्री महतो ने कहा कि सेवानिवृत्त श्री प्रसाद ने अपने कार्यकाल में जिस प्रकार परिश्रम एवं कर्मठता से दायित्व निर्वहन किया है. इससे सीख लेनी चाहिए. भगवान से प्रार्थना है कि अपने परिवार के सदस्यों के साथ खुशहाल जीवन व्यतीत करें. उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्ति एक ऐसा अवसर है जहां व्यक्ति को बोलने के लिए शब्दों की कमी पड़ जाती है, क्योंकि उस समय मन में मिश्रित भावनाएं उमड़ती है. उस समय दोनों ख़ुशी के पल और दुखद क्षण व्यक्ति की आंखों के सामने छा जाते हैं.
सेवानिवृत्त पीपीओ अखिलेश्वर प्रसाद ने कहा कि उन्हें अपने कार्यकाल में टाप से लेकर बाटम तक के सभी अधिकारियों व कर्मियों का सहयोग मिला. 23 साल के कार्यकाल के दौरान लगभग एक वर्ष तक उन्होंने खरसावां में सेवा दी. समय पर कार्य निष्पादित करने का प्रयास किया. इस दौरान सभी का भरपूर सहयोग और प्यार मिला. इस दौरान मुख्य रूप से चाईबासा पीपीओ कृष्ण कुमार यादव, पीपीओ प्रदीप महतो,परिदर्शक लक्ष्मण बिरुवा, सलाउद्दीन परवेज, लाल मोहम्मद, मंगल तापे, झारक्राफ्ट के परियोजना प्रबंधक नितिन साह, सीमा तिर्की, कंचन कुमारी, अपराजिता कंडुलना, बिपिन बिहारी, लखाई महतो, राजू बोदरा, रजनीश कुमार आदि उपस्थित थे.