खरसावां/ Ajay Mahato : खरसावां प्रखंड के तेलाईडीह पंचायत अंतर्गत पिताकलांग गांव में लक्ष्मी पूजा के अवसर पर ओड़िया नाटक का आयोजन किया गया. जिसका उद्घाटन खूंटपानी प्रखंड प्रमुख सिद्धार्थ होनहागा एवं जिला परिषद सदस्य सावित्री बानरा ने संयुक्त रूप से फिता काटकर किया.वहीं ओड़िशा के बालेश्वर की टीम ने भोलो पांय तोते भुल हेय गोला नामक नाटक का प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रखंड प्रमुख सिद्धार्थ होनहागा ने कहा कि कला संस्कृति ही हमारी पहचान है. इस पहचान को बनाए रखने के लिए सभी को आगे बढ़कर अपनी सहभागिता सुनिश्चित करनी होगी. इस तरह के आयोजन से सामाजिक एकजुटता बनी रहती है.उन्होंने कला संस्कृति के उत्थान के लिए अपने स्तर से हर संभव सहयोग करने का भरोसा दिया.
कलाकारों ने जीवन के हर पहलू को दर्शाया समाजिक व्यवस्था पर आधारित नाटक में एक परिवार की कहानी को दर्शाया गया है.कलाकारों ने लोगों से अपनी परंपरा को नहीं भूलने का संदेश दिया.नाटक के जरिए कलाकारों ने आधुनिकता की दौड़ में सामाजिक मूल्य, मान्यता, परंपरा और संस्कारों को नहीं भूलने की सीख दी.नाटक में कलाकारों ने जीवन के हर पहलू को दर्शाया. नाटक में अन्याय पर न्याय की जीत को दिखाया गया. नाटक के मंचन से पहले कलाकारों ने गीत और संगीत से समां बांध दिया.मौके पर पूर्व जिला परिषद सदस्य कुंवर सिंह बानरा,रघुनाथ सिंहदेव,विजय महतो,शशांख शेखर सिंहदेव,धर्मेंद्र कुमार प्रधान,अनिता सोय,बासुदेव नायक समेत काफी संख्या में गांव के ग्रामीण उपस्थित थे.