खरसावां: उत्कल सम्मेलनी ओड़िया शिक्षक संघ की ओर से मंगलवार को खरसावां के कुम्हारसाई सामुदायिक भवन में पंडित उत्कलमणी गोपबंधु दास के चित्र पर माल्यार्पण कर धूम- धाम से अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाया गया. इस दौरान ओड़िया समाज के लोगों ने ओड़िया भाषा संस्कृति के उत्थान का संकल्प लिया.
मौके पर उत्कल सम्मेलनी के जिला प्ररिदर्शक सुशील षाड़गी ने कहा कि मातृभाषा और अपनी सभ्यता- संस्कृति के प्रति हमेशा सम्मान रखना हम सभी का कर्तव्य है. भाषाई विविधता सदैव ही हमारी सभ्यता का आधार रही है. हमारी मातृभाषाएं सिर्फ संवाद का ही माध्यम नहीं है. बल्कि हमारा जीवन हमारी संस्कृति हमारी पहचान एवं संस्कारी आधार हमारी मातृभाषा है. दुनिया में लगभग 6900 भाषाएं हैं. मातृभाषा दिवस को मनाने का उद्देश्य विश्वभर में अपनी भाषा और सांस्कृतिक की विविधताओं के प्रति लोगों में जागरुकता फैलाना है. इससे दुनिया में बहुभाषिता को बढ़ावा मिल सकेगा.
उत्कल सम्मेलनी के जिला महासचिव अजय कुमार प्रधान ने कहा कि मनुष्य के जीवन में भाषा की अहम भूमिका है. भाषा के जरिये ही देश और विदेशों के साथ संवाद स्थापित किया जा सकता है. इसके महत्त्व को ध्यान में रखते हुए हर वर्ष 21 फरवरी के दिन को “अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस” के रूप में मनाया जाता है. इस दिन को मनाये जाने का उद्देश्य विश्व भर में भाषायी और सांस्कृतिक विविधता एवं बहुभाषिता का प्रसार करना और दुनिया में विभिन्न मातृभाषाओं के प्रति जागरुकता लाना है.
ये थे मौजूद
मौके पर मुख्य रूप से उत्कल सम्मेलनी के जिला प्ररिदर्शक सुशील षाड़गी, जिला महासचिव अजय कुमार प्रधान, चन्द्रभानु प्रधान, रश्मी रंजन मिश्रा, भरत चन्द्र मिश्रा, सुजीत हांजरा, रजीत मंडल, शिवचरण महतो, जयजीत षांड़गी, सबिता विषोई, रंजीता महांती, सपना टोपो, रेणु महाराणा, कनिका दे, रंजिता महांती, बबिता मंडल, पुष्पा पुष्टि, सत्यब्रत चैहान आदि उपस्थित थे.