खरसावां/ Ajay Mahato : पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मुहम्मद के यौम-ए-पैदाइश पर खरसावां में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने 10 वां इस्लामिक रूप से खुशियों का जुलूस-ए-मोहम्मदी धुमधाम निकाला. खरसावां के बेहरासाई मदिना मस्जिद से जुलूसे मोहम्मदी निकाली गई. ईद मिलादुन्नबी का जुलूस खरसावां के बेहरासाई से निकल कर खरसावां चांदनी चौक, कदमडीहा, कोलसाई होते हुए पुनः बेहरासाई पहुची. खुशियों के जुलूस में मिठाई आदि का वितरण किया गया.
जुलूस में शामिल बुजूर्ग, बच्चों, व जवानों ने नारे तकबीर अल्लाह-हु-अकबर, नारे रेसालत या रसूल अल्लाह, सरकार की आमद मरहबा नगर की फीजा सरकार की आमद मरहवा, देखो मेरे नवी की शान, बच्चा बच्चा है कुर्बान, नारा ए तकवीर, नारा ए रिसालत के नारे लगाए गये. जुलूसे मोहम्मदी निकाली जिन मार्गो से गुजरी मरहबा की सदा से हर गली हर मौहल्ला में सरकार की आमद मरहबा के नारे गुंज उठी. जुलूस के माध्यम से समाज के लोगों ने पैगंबर मोहम्मद सल्लल्लाह अलेहे व सल्लम के जीवनी, उनके संदेशों का पालन करने का संदेश दिया. साथ ही भाईचारा, प्यार, मोहम्मद को अपनाने, बुराईयो के खिलाफ आवाज उठाने, महिलाओं पर हो रहे जुल्म को रोकने, समाज में इज्जत दिलाने, लोगो को इंसानियत का पाठ पठाने का संदेश दी.
इस दौरान मिलादुल नबी, फातिहा ख्वानी एवं सलातो-सलाम के कार्यक्रम आयोजित किए गए. छोटे छोटे बच्चों ने कुरान खानी पर पवित्र कुरान पाक की तिलावत की गई. वही देर शाम मिलादशरीफ का आयोजन कर पैगंबर मोहम्मद सल्लल्लाह अलेहे व सल्लम के संदेश को जन-जन तक पहुचानें का संर्देश दिया. जुलूस-ए-मोहम्मदी कार्यक्रम में मुख्य रूप से मौलाना आसिफ इकबाल रजवी, सदर मोहम्मद राज तबरेज, सेकैटरी मोहम्मद इनवर, मोहम्मद नियाज़, मोहम्मद रमीज़ हक, मोहम्मद अफसर अलम, सारीम नियाजी, डॉ आसिफ, डॉक्टर नयूम, आसिफ इकबाल, मोहम्मद तसलीम, मोहम्मद आरिफ, मोहम्मद अनारूल हक, सहित मुस्लिम समाज के लोग व बच्चों ने लिया भाग.