कांड्रा/ Bipin Varshney : कांड्रा में निर्माणाधीन ग्रिड सब स्टेशन के निर्माण कार्य को लेकर एक बार फिर स्थानीय राजनीतिक गरमा गई है. ग्रामीण कई दिनों से विद्युत विभाग के कांड्रा ग्रिड सब स्टेशन के निर्माण कार्य का विरोध कर रहे हैं. ग्रामीणों के विरोध को दरकिनार करते हुए प्रशासन ने दंडाधिकारी की तैनाती कर मंगलवार से निर्माण कार्य आरंभ कराया था. इसके बाद पुनः आदिवासी नेता संग्राम मार्डी के नेतृत्व में काफी संख्या में लोग निर्माण स्थल पहुंचे और काम बंद करने के लिए कहा. जहां पहले से मौजूद पुलिस अधिकारियों द्वारा लोगों को समझाने का प्रयास किया. बाद में चांडिल के संरक्षण प्रमंडल के वरीय प्रबंधक सुदीप सिंघा ने 17 नामजद तथा अन्य 50 अज्ञात ग्रामीणों के खिलाफ मारपीट, तोड़फोड़ एवं रंगदारी मांगने का आरोप लगाते हुए स्थानीय थाने में प्राथमिक की दर्ज कराई.
इधर, बाद लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया. फर्जी मामला को लेकर सभी ग्रामीणों ने एक बैठक बुधवार सुबह की.ग्रामीणों का कहना है कि पावर ग्रिड के कर्मचारियों द्वारा फर्जी मामला दर्ज कराकर ग्रामीणों को दबाया जा रहा है. जहां तक तोड़ फोड़ की बात है तो कोई भी ग्रामीण ग्रिड के उपकरणों तक पहुंचा भी नहीं था, वे लोग ग्रिड के घुसने के रास्ते पर ही पुलिस प्रशासन और अधिकारियों से वार्ता किए हैं, जहां तक मारपीट करने की बात है तो क्या मारपीट के बीच सैकड़ो फोर्स मूकदर्शक बने रहते सभी को वहीं अपने कस्टडी में नहीं लेते.यहां तक कि जिनका जिनका नाम एफ आई आर मैं दर्ज कराया गया है उनमें से कई लोग वहां मौजूद भी नहीं थे. जिसमें अर्चना महतो आंगनबाड़ी सेविका वी एल ओ के साथ ड्यूटी में थी व भी कांड्रा थाना में, वहीं ऐसे कई नाम हैं जो कि वहां मौजूद ही नहीं थे. जो कि सरासर गलत मामला दर्ज किया गया है.
फर्जी मामला दर्ज कर सब स्टेशन के कर्मचारी एवं पुलिस प्रशासन मिलकर ग्रामीणों पर दबाव डाल रही है. फर्जी एफ आई आर दर्ज कर ग्रामीणों को डराया जा रहा है. इसके विरुद्ध सभी ग्रामीण ऊपरी अदालत तक जाएंगे.स्थानीय लोगों का कहना है कि व्यावसायिक हितों को साधने के लिए यहां पावर ग्रिड सबस्टेशन का निर्माण कार्य किया जा रहा है. जबकि स्थानीय लोगों को इस ग्रिड से कोई लाभ नहीं होगा.बरसों से उक्त स्थल पर लोग पारंपरिक पूजा विधान भी करते आ रहे हैं.
ग्रामीणों ने अपना विरोध जिला प्रशासन से लेकर सभी बड़े अधिकारियों तक दर्ज कराया, किंतु उनकी नहीं सुनी गई. उपायुक्त के निर्देश पर 30 जनवरी से 13 फरवरी तक उक्त जमीन पर दंडाधिकारी व पुलिस बल की उपस्थिति में सब स्टेशन का कार्य प्रारंभ करने का आदेश दिया गया. जिसके बाद कांड्रा ग्रिड सबस्टेशन का निर्माण आरंभ हुआ. इसके लिए गम्हरिया प्रखंड के मौजा कांड्रा में कुल 7 एकड़ जमीन झारखंड ऊर्जा संचरण निगम लिमिटेड को सरकार द्वारा प्रदान की गई. उक्त भूमि पर स्थानांतरण के पश्चात ग्रेड सबस्टेशन के निर्माण का कार्य प्रारंभ हुआ. जिस पर ग्रामीणों द्वारा आपत्ति जताई गई.फिलहाल एफआईआर दर्ज होने के बाद पूरे क्षेत्र में विद्युत विभाग की इस कार्रवाई पर लोगों में आक्रोश व्याप्त है.