कांड्रा Report By Bipin Varshney एक तरफ राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा कार्यक्रम के तहत देश भर में सड़क पर होने वाले दुर्घटनाओं पर रोक लगाने को लेकर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं, दूसरी तरफ सरायकेला- खरसावां जिले के कांड्रा थाना अंतर्गत जॉनी पेट्रोल पंप से लेकर कांड्रा मोड तक शुक्रवार की रात 10:00 के आसपास अजीबो गरीब नजारा देखने को मिला. जहां सड़क पर गिरे डीजल से दर्जनों वाहन सवार दुर्घटना का शिकार होते रहे मगर स्थानीय पुलिस सूचना मिलने के बाद भी मौके पर नहीं पहुंची.
यहां तक कि थानेदार को सूचना मिलने के बाद उन्होंने बेबसी जाहिर करते हुए घटनास्थल पर जाने की हिमाकत भी नहीं जुटाई. जिससे साफ समझा जा सकता है कि राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा केवल कागजों तक ही सीमित होकर रह गई है. बता दे कि दो दिन पूर्व ही कांड्रा में विनोद कुमार मुर्मू दूसरी बार थानेदार के रूप में प्रतिनियुक्ति किए गए हैं. मगर, उनकी असंवेदनशीलता देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उनमें अपने कार्य के प्रति कोई जवाबदेही नहीं है. मालूम हो कि कर्तव्यहीनता के आरोप में ही लोकसभा चुनाव के दौरान उन्हें कांड्रा थाना प्रभारी रहते निलंबित किया गया था. मगर अपने ऊंची पहुंच और रसूख के कारण दोबारा वे कांड्रा थानेदार के रूप में बहाल किए गए हैं. मगर जिस तरह की असंवेदनशील बहाल होने के दूसरे दिन ही देखने को मिला उससे साफ समझा जा सकता है कि उनका निलंबन कतई गलत नहीं था. बहरहाल स्थानीय लोगों ने देर रात तक सड़क पर पहरेदारी की और आते- जाते राहगीरों को बचाते हुए उक्त मार्ग से पार कराया.
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