कांड्रा: विवादों में घिरा हरिश्चंद्र विद्या मंदिर के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के विवाद में नया मोड़ सामने आया है. अब वार्ष्णेय खानदान की बहुओं ने स्कूल को बचाने का बीड़ा उठाया है. इंडिया न्यूज वायरल के मुहिम से प्रभावित होकर स्व. हरिश्चंद्र वार्ष्णेय की बड़ी बहू यानी दिवंगत प्रेम चंद्र वार्ष्णेय की धर्मपत्नी मुकुल रानी वार्ष्णेय एवं छोटी बहू यानी स्व. सुभाष चंद्र वार्ष्णेय की धर्मपत्नी पद्मिनी वार्ष्णेय ने हमारे माध्यम से कांड्रा वासियों के नाम एक मार्मिक वीडियो संदेश भेजा है जिसके माध्यम से उन्होंने हरिश्चंद्र विद्या मंदिर को गलत हाथो में जाने से रोकने की अपील की है.


दिवंगत प्रेम चंद्र वार्ष्णेय की धर्मपत्नी श्रीमती मुकुल रानी वार्ष्णेय ने अपने वीडियो संदेश में हरिश्चंद्र विद्या मंदिर के आठ दशक के सफरनामे को बड़े ही मार्मिक शब्दों में प्रस्तुत करते हुए विद्यालय की स्थापना और उसके उद्देश्य बताए हैं. उन्होंने अपने संदेश में कहा है कि हरिश्चंद्र विद्या मंदिर की स्थापना 8 दशक पूर्व उनके दिवंगत श्वसुर स्व. हरिश्चंद्र वार्ष्णेय ने की थी. उनके ही निर्देशन में स्कूल का संचालन होता रहा. इसका उद्देश्य उनकी कंपनी (एसकेजी) में काम करने वाले मजदूर एवं आसपास के लोगों के बच्चों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा मिले. इस विद्यालय में शिक्षा प्राप्त कर छात्र-छात्राएं देश-विदेश में न केवल अपना, अपने परिवार बल्कि स्कूल का भी नाम रोशन कर रहे हैं. स्व. हरिश्चंद्र वार्ष्णेय की मौत के बाद स्कूल का संचालन उनके दोनों बेटों स्व. प्रेम चंद्र वार्ष्णेय एवं स्व. सुभाष चंद्र वार्ष्णेय के हाथों में था. पूर्व के दिनों में प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण उनका एवं उनके परिवार का ध्यान स्कूल से हट गया जिसका लाभ उठाकर असामाजिक तत्व स्कूल पर कब्जा करने का गैर कानूनी काम कर रहे हैं. इसके लिए उन्होंने कांड्रा वासियों एवं स्कूल के पूर्ववर्ती छात्र- छात्राओं से एकजुट होकर इसका विरोध करने की गुहार की है. ताकि स्कूल की मर्यादा बनी रहे एवं पूर्व की भांति स्कूल का संचालन हो सके. इसके लिए वार्ष्णेय परिवार एक बार फिर से पूरी तैयारी के साथ सामने आएगा. क्योंकि यह विद्यालय नहीं एक मंदिर है जिसे उनके पूर्वजों ने सींचा है.
video संदेश
श्रीमती मुकुल रानी वार्ष्णेय
दूसरी ओर स्वर्गीय हरिश्चंद्र वार्ष्णेय की छोटी बहू यानी दिवंगत सुभाष चंद्र वार्ष्णेय की धर्मपत्नी श्रीमती पद्मिनी वार्ष्णेय ने भी एक मार्मिक वीडियो संदेश जारी कर कांड्रा वासियों से हरिश्चंद्र विद्या मंदिर को बचाने की मुहिम में वार्ष्णेय परिवार का साथ देने की अपील की है. उन्होंने भी भरोसा दिलाया है कि स्कूल का पुण: संचालन वार्ष्णेय परिवार द्वारा किया जाएगा जिसमें कांड्रा वासियों की भागीदारी जरूरी है.
video संदेश
पद्मिनी वार्ष्णेय
संक्षेप में जानें क्या है विवाद और क्यों वार्ष्णेय परिवार की बहुओं ने जारी किया मार्मिक वीडियो संदेश
दरअसल एसकेजी कंपनी के दिवालिया होने के बाद से वार्ष्णेय परिवार का हरिश्चंद्र विद्या मंदिर से ध्यान हट गया. उसके बाद करीब तीन एकड़ में फैले स्कूल का संचालन स्कूल के शिक्षकों द्वारा किया जाने लगा. धीरे- धीरे स्कूल अपने गौरवशाली अतीत को खोने लगा और शिक्षकों ने स्कूल का सौदा कर लिया. सौदागर भी ऐसा जिसे कांड्रा या कांड्रा के अतीत की कोई जानकारी ही नहीं. मालूम हो कि स्कूल का संचालन बिल्डर सह कांग्रेसी नेता जितेंद्र नाथ मिश्रा के हाथों सौंपा गया है. मजे की बात ये है कि बगैर वार्ष्णेय परिवार को भरोसे में लिए एक फर्जी ट्रस्ट का गठन कर लिया गया. इसके लिए उनके द्वारा स्थानीय लोगों को गुमराह कर बैठक बुलाई गई और अधिकारियों को धोखे में रखकर ट्रस्ट बना लिया गया जिसमें उन्होंने वार्ष्णेय परिवार को ही बाहर का रास्ता दिखा दिया. इतना ही नहीं बगैर वन विभाग और प्रशासनिक स्वीकृति के स्कूल परिसर में लगे कई इमारती पेड़ो को कटवा दिया. इसकी भनक लगते ही कांड्रा वासी आक्रोशित हो उठे और ट्रस्ट के विरोध में उतर गए हैं. इधर वार्ष्णेय परिवार ने भी स्कूल का संचालन वापस लेने की कवायद शुरू कर दी है. इसके लिए अब वे कानूनी लड़ाई की तैयारी कर रहे हैं.
इंडिया न्यूज वायरल के मुहिम ने लाया रंग
इंडिया न्यूज वायरल ने सबसे पहले इस फर्जीवाड़े का खुलासा किया उसके बाद से लगातार स्कूल को बचाने की मुहिम जारी है. धीरे- धीरे कांड्रा वासी और स्कूल के पूर्ववर्ती छात्र- छात्राएं एकजुट हो रहे हैं और स्कूल के गौरव को दुबारा वापस लाने में जुट गए हैं. वैसे प्रशासन ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है.
