NATIONAL DESK लोकसभा चुनाव से ठीक पहले जवाहर लाल नेहरु विश्विद्यालय (JNU) के छात्र संघ चुनावों के परिणाम सामने आ गए हैं. इसमें सत्ताधारी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) का सूपड़ा साफ हो गया है. जबकि अध्यक्ष सहित सभी चारों सीटों पर लेफ्ट ने कब्जा जमाया है.
जेएनयू में चार साल के बाद छात्र संघ का चुनाव कराया गया. इस चुनाव में शुरुआत में एबीवीपी सभी सीटों पर आगे चल रही थी लेकिन आखिर में नतीजे अध्यक्ष और उपाध्यक्ष समेत सभी सीटों पर लेफ्ट की जीत हुई.
लेफ्ट के धनंजय को प्रेसिडेंट पोस्ट पर और अभिजीत घोष को वाइस प्रेसिडेंट सीट पर बड़ी जीत हासिल हुई है. अध्यक्ष पद के लिए लेफ्ट के उम्मीदवार धनंजय को कुल 2598 वोट मिले. वहीं, एबीवीपी के उम्मीदवार उमेश चंद्र अजमीरा के खाते में 1686 मत आए. इसके अलावा, वाइस प्रेसिडेंट पद के लिए लेफ्ट के उम्मीदवार को बड़े अंतर से जीत मिली. अभिजीत घोष को 2409 वोट मिले और एबीवीपी कैंडिडेट दीपिका शर्मा को 1482 मत मिले. धनंजय स्कूल ऑफ आर्ट्स एंड एस्थेटिक्स से पीएचडी के छात्र हैं. वे बिहार के गया के रहने वाले हैं और दलित समुदाय से आते हैं. उनके पिता रिटायर्ड पुलिसकर्मी हैं. करीब 27 साल बाद जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष पद पर दलित समुदाय के उम्मीदवार जीते हैं. इससे पहले बत्ती लाल बैरवा ने 1996- 67 में जीत दर्ज की थी.
जनरल सेक्रेटरी की सीट पर खड़े हुए अर्जुन आनंद (ABVP) को कुल 1961 वोट मिले हैं. वहीं, प्रियांशी आर्य ने 2887 वोट पाकर जीत हासिल की है. जॉइंट सेक्रेटरी पद के लिए चुनाव लड़ रहे गोविंद डांगी (ABVP) को 2066 वोट मिले हैं जबकि मोहम्मद साजिद को (लेफ्ट) ने कुल 2575 वोट हासिल कर जीत पाई है.
“जय भीम, लाल सलाम” के नारों के बीच ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) के अध्यक्ष धनंजय ने कहा, “यह जीत उन किसानों के लिए है जो अपने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के लिए लड़ रहे हैं. ये जीत रोहित वेमुला की है. यह जीत एक स्पष्ट जवाब है कि हमें रोकने की उनकी (ABVP और BJP) कोशिशों के बावजूद, हम डटे हुए हैं.” उनका चेहरा गुलाल में रंगा हुआ है. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर जेएनयू और उसके छात्रों को बदनाम करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा, “वे (भाजपा) दुष्प्रचार फैलाते हैं, वे कहते हैं कि जेएनयू के छात्रों को गोली मार देनी चाहिए. आप ऐसी फिल्में इसलिए बना रहे हैं ताकि दबे- कुचले लोगों की आवाज़ इस (जेएनयू) गेट से बाहर न जाए. इसलिए आप दुष्प्रचार कर रहे हैं.” उन्होंने कहा, “वाम गठबंधन की जीत 2024 के चुनावों से पहले देश भर के सभी छात्रों और युवाओं का जवाब है.