जामताड़ा: गुरुवार देर शाम जामताड़ा- धनबाद सीमा पर स्थित बरबेंदिया पुल के पास नौका डूबने से 25 लोगों के लापता होने की खबर है. घटना के कुछ देर बाद मौके पर जुृटी ग्रामीणों की भीड़ ने मशक्कत के बाद डूब रहे चार लोगों को पानी की धार जिंदा निकाला. स्थानीय लोगों के अनुसार दो शव धनबाद के निरसा क्षेत्र में मिलने की बात बताई जा रही है. हालांकि देर रात मौके पर पहुंची पुलिस और प्रशासनिक टीम के अधिकारी ने लाश मिलने की पुष्टि नहीं की है. ग्रामीणों के अनुसार हादसे में 21 लोग अब तक लापता हैं. बताया जा रहा है कि नौका पर ज्यादातर जामताड़ा जिले के रहने वाले लोग सवार थे. जो कि धनबाद से मजदूरी व अन्य जरूरी काम के बाद निरसा घाट पर इस नौका पर सवार हुए थे. इनमें से ज्यादातर लोगों के जामताड़ा के वीरगांव और श्यामपुर के होने की आशंका जताई जा रही है. घाट के पास मौजूद कुछ स्थानीय लोगों के अनुसार हादसा देर शाम मौसम बिगड़ने के बाद हुआ. इस दौरान तेज हवा के साथ हुई बारिश और बिजली कड़कने से नौका का संतुलन बिगड़ गया और नौका पानी में समा गया. नौका डूबते ही सभी लोग एक साथ नदी में समा गए. ग्रामीणों ने डूब रहे वीरगांव का सुरेश मुर्मू, शहरजोरी का दो युवक और मेंझिया के परसित कुमार मंडल को बाहर निकाला है. इन्हें एंबुलेंस की मदद से इलाज के लिए जामताड़ा भेजा गया है, जबकि, मेंझिया गांव के ही रहने वाले दो बच्चे सहित चार लोग लापता हैं. सभी लापता लोगों की तलाश की जा रही है. वहीं हादसे के दो घंटे बाद बचाव दल के साथ पहुंचे अधिकारियों को ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा. ग्रामीणों के अनुसार हादसा शाम सवा पांच बजे के करीब हुआ. घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत से चार लोगों की जान बचा ली, लेकिन पुलिस और प्रशासन की टीम बचाव दल के साथ दो घंटे बाद घटनास्थल पर पहुंची. ग्रामीणों ने इसे पुलिस- प्रशासन की घोर लापरवाही बताकर हंगामा शुरू कर दिया. मौके पर डीसी फैज अहमद मुमताज, एसपी दीपक कुमार सिन्हा, एसडीओ संजय पांडेय दलबल के साथ पहुंचे. जबकि, सूचना मिलते ही गोड्डा के पूर्व सांसद फुरकान अंसारी दलबल के साथ अपने जामताड़ा स्थित आवास से मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों की हर संभव मदद का उन्हें भरोसा दिलाया. प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार एनडीआरएफ की टीम घटनास्थल के लिए रवाना हो चुकी है. जबकि, मौके पर पहुंचे पुलिस के जवान देर रात रात लाइट जलाकर शवों की तलाश में जुटे रहे.
बचाव में जुटे ग्रामीणों के अनुसार बाहर निकाले गए लोगों के अनुसार निरसा घाट से नाव पर 25 लोग सवार हुए थे, जबकि नाव पर भारी सामान और आठ बाइक भी लादी गई थी. घटना के बाद चार लोगों को बचा लगा लिया गया है, जबकि 21 लोगों की खोज- खबर ली जा रही है. पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा कोई भी बचाव दल मौके पर देर रात तक नहीं पहुंच सका है.
देर रात बारिश शुरू हो जाने के बाद पुलिस की ओर से चलाया जा रहा बचाव का काम अंधेरे की वजह से बंद करना पड़ा है. इस बीच आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों का घेराव कर रोड जाम कर दिया. ग्रामीणों ने इसे पुलिस- प्रशासन की घोर लापरवाही बताकर हंगामा शुरू कर दिया. ग्रामीणों की डिमांड है कि सभी लापता लोगों की तलाश करें और हादसे में घायलों को इलाज करवाएं. वहीं घटनास्थल पर पहुंचे गोड्डा के पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने सीएम हेमंत सोरेन इस बरबेंदिया घाट पर शीघ्र पुल निर्माण करवाने की मांग की है. उन्होंने आक्रोशित लोगों को हरसंभव सहायत देने का आश्वासन दिया. साथ ही इस क्षेत्र की समस्या के स्थाई समाधान के लिए सीएम से पुल बनवाने की मांग की है.
वहीं जामताड़ा विधायक डॉ इरफान अंसारी ने घटना पर अपनी संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि जामताड़ा के वीरगांव श्यामपुर में बरबेंदिया पुल के पास नौका पलटने से 21 लोगों के लापता होने की हृदय विदारक खबर से स्तब्ध हूं. मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं. ईश्वर उन्हें इस कठिन समय से निकलने की शक्ति प्रदान करें.
फैज अहमद मुमताज (डीसी- जामताड़ा)
वहीं जामताड़ा डीसी फैज अहमद मुमताज ने बताया कि चार लोगों को रेस्क्यू टीम ने बचा लिया है. जामताड़ा और धनबाद दोनों ही ओर से रेस्क्यू टीम बचाव कार्यों में जुटी है. तीन शव निरसा घाट इलाके में मिलने की सूचना है. बचाव कार्यों के लिए एनडीआएफ की टीम को बुला लिया गया है. जल्द ही टीम घटनास्थल पर पहुंच जाएगी. सभी लापता लोगों की तलाश के बाद ही रेस्क्यू आपरेशन खत्म होगा.