अगर आप भी आधार एनेबल्ड पेमेंट सिस्टम का इस्तमाल कर फिंगर प्रिंट से रुपये की निकासी करते है तो सावधान हो जाए. जमशेदपुर ग्रामीण पुलिस ने ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो फिंगर प्रिंट का क्लोन कर खातों से रुपये की निकासी कर लेता है. पुलिस ने गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी के का नाम राजा कुमार है और वह बिहार के नवादा जिले के अकबरपुर थाना क्षेत्र का रहने वाला है. पुलिस ने राजा के पास से 13 क्लोन किए हुए फिंगर प्रिंट, 11 लोगों के आधार कार्ड का विवरण और कुल 3460 रुपये नकद बरामद किए है.
सोमवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि कमलपुर थाना क्षेत्र के कटिंग चौक पर प्रज्ञा केंद्र का संचालन करने वाले एक व्यक्ति ने पुलिस को सूचना दी थी कि एक युवक क्लोनड फिंगर प्रिंट के माध्यम से घूम-घूम कर आधार एनेबल्ड पेमेंट सिस्टम के माध्यम से ठगी कर रहा है. सूचना पाते ही पुलिस ने एक टीम का गठन किया और सूचना के दुसरे दिन योजनाबद्ध तरीके से राजा को गिरफ्तार कर लिया.
पूछताछ में राजा ने पुलिस को बताया कि गिरोह का मास्टर माइंड बिहार के गया निवासी प्रवीण कुमार द्वारा उसे क्लोन फिंगर प्रिंट दिया जाता था जिसके बाद वह फिंगर प्रिंट के माध्यम से प्रज्ञा केंद्र जाकर खाते से रुपये की निकासी कर लेता था. राजा ने बताया कि उनके गिरोह के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के घर जाकर सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देने के बहान आधार और खाते की जानकारी हासिल कर ली जाती है.
इसके साथ ही फिंगर प्रिंट भी ले लिया जाता है. फिर मास्टर माइंड प्रवीण द्वारा फिंगर प्रिंट का क्लोन कर लिया जाता है. इसके बाद टीम के सदस्य अलग-अलग जगह जाकर प्रज्ञा केंद्र में क्लोन फिंगर प्रिंट का इस्तेमाल कर खाते से रुपयों की निकासी कर लेते थे. राजा ने पुलिस को बताया कि वह ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर अब तक 2.50 लाख की अवैध निकासी कर चुका है. इसका कुछ प्रतिशत मास्टर माइंड को भी देना पड़ता है. वह कुछ दिनों पहले ही कमलपुर में आया है. ठगी करने के बाद वह दूसरे क्षेत्र चला जाता पर उससे पहले पुलिस ने उसे पकड़ लिया.