जमशेदपुर : इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मेटल्स (आईआईएम), जमशेदपुर चैप्टर की ओर से शुक्रवार को सीएसआईआर-राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला (एनएमएल) के ऑडिटोरियम में कक्षा 11वीं और 12वीं के छात्रों के लिए 11वीं प्रोफेसर एसएन सिन्हा मेमोरियल मैटेरियल्स एंड मेटलर्जी क्विज-2023 का आयोजन किया गया. इसमें कुल 21 स्कूलों से आये प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. इनमें 82 छात्र, 21 शिक्षक, सीएसआईआर-एनएमएल, टाटा स्टील और एनआईटी-जमशेदपुर के कई गणमान्य व्यक्ति शामिल थे. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सीएसआईआर-एनएमएल, जमशेदपुर के मुख्य वैज्ञानिक डॉ संदीप घोष चौधरी ने समारोह का औपचारिक रूप से उद्घाटन किया.
यह कार्यक्रम शिक्षाविद् और आईआईएम जमशेदपुर चैप्टर के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय प्रोफेसर एसएन सिन्हा की स्मृति को समर्पित है. कार्यक्रम के आरम्भ में डॉ संदीप घोष चौधरी, , आईआईएम जमशेदपुर चैप्टर के अध्यक्ष प्रो अशोक कुमार, दिवंगत प्रोफेसर एसएन सिन्हा की पत्नी गायत्री सिन्हा, आईआईएम जमशेदपुर चैप्टर के सचिव डॉ गोपी के मंडल और आईआईएम जमशेदपुर चैप्टर पूर्व अध्यक्ष डॉ एएन भगत ने स्वर्गीय प्रो सिन्हा को पुष्पांजलि अर्पित की. क्विज़ प्रतियोगिता में लिखित स्क्रीनिंग राउंड के बाद अंतिम चरण राउंड शामिल था. स्क्रीनिंग राउंड में 25 टीमों में से छह टीमों ने क्वालिफाई किया, जो चार स्कूलों – लोयोला स्कूल जमशेदपुर (दो टीमें), डीबीएमएस इंग्लिश स्कूल, विद्या भारती चिन्मया विद्यालय, नरबेराम हंसराज और डीएवी पब्लिक स्कूल से प्रतिनिधित्व किया. दिलचस्प दौरों की श्रृंखला के बाद, जैसे मल्टीपल चॉइस, हिंट, पिक्चर, डंब कैराडेस तथा मैटेरियल्स हिस्टोरी, क्विज़ में लोयोला स्कूल जमशेदपुर के अंकिता देय लाइक और माधव वार्ष्णेय को चैंपियन घोषित किया गया.
अरुणेश गड़िया और प्रियंशु चक्रवर्ती, डीबीएमएस इंग्लिश स्कूल को प्रथम रनर अप और अनुराग कर व मो जीशान, डीएवी पब्लिक स्कूल जमशेदपुर को दूसरा रनर अप पुरस्कार मिला. क्विज़ विजेताओं और उपविजेता टीम को ट्रॉफी और प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया. पहली दो टीमें अब 8-9 सितंबर, 2023 को इंदिरा गांधी परमाणु अनुसंधान केंद्र, कलपक्कम में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय स्तर की प्रोफेसर ब्रह्म प्रकाश मेमोरियल क्विज़ प्रतियोगिता में भाग लेंगी. इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रतिभागियों में जागरूकता पैदा करना है. छात्रों को औद्योगिक और तकनीकी विकास में सामग्री विज्ञान और धातु विज्ञान की भूमिका के बारे में बताया गया. वर्ष 1993 में इस आयोजन का नाम भारत के प्रख्यात धातुविज्ञानी प्रोफेसर ब्रह्म प्रकाश के नाम पर रखा गया.
प्रो अशोक कुमार सभा को संबोधित किया. इससे पूर्व उद्घाटन भाषण देते हुए मुख्य अतिथि डॉ संदीप घोष चौधरी ने कहा कि ”एनआईटी जमशेदपुर के धातुकर्म विभाग के प्रमुख और डीन/प्रिंसिपल, एनआईटी के साथ-साथ निदेशक, एनआईएफएफटी रांची के रूप में धातुकर्म में छात्र समुदाय के निर्माण में प्रो सिन्हा की महान भूमिका थी. वह एक प्रतिष्ठित शिक्षक थे और उनके संपर्क में आने वाला हर व्यक्ति उन्हें याद रखेगा. डॉ. घोष चौधरी ने यह भी कहा कि छात्र सामग्री इंजीनियरिंग/धातुकर्म कार्य पर गंभीरता से विचार कर सकते हैं जो लंबे समय में राष्ट्र की मदद करेगा. प्रोफेसर सिन्हा ने अपने छात्र समुदाय को प्रेरित करते हुए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. पूरे कार्यक्रम को टाटा स्टील, सीएसआईआर-एनएमएल और एनआईटी जमशेदपुर के छात्रों, प्रतिभागियों, कर्मचारियों और गणमान्य व्यक्तियों द्वारा अत्यधिक सराहना की गई. सचिव डॉ गोपी के मंडल ने पूरी आयोजन टीम के अथक समर्थन और स्कूली छात्रों की उत्साही भागीदारी को स्वीकार करते हुए धन्यवाद ज्ञापन किया.