झारखंड इंटरमीडिएट काउंसिल यानी जैक द्वारा इस साल बगैर परीक्षा लिए इंटरमीडिएट के छात्रों का रिजल्ट घोषित कर दिया गया है. इधर परिणाम घोषित होने के बाद छात्रों में कहीं खुशी तो कहीं गम का माहौल देखा जा रहा है. आजसू छात्र इकाई जहां जैक काउंसिल के खिलाफ बीते शनिवार से ही आंदोलित है. वही जमशेदपुर विमेंस कॉलेज की छात्राओं ने भी जैक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. आजसू छात्र इकाई ने बगैर परीक्षा लिए फेल किए गए छात्रों के मामले में जैक के नंबर सिस्टम पर सवाल उठाए हैं. छात्र नेता हेमंत पाठक ने बताया, कि किस आधार पर छात्रों को पास या फेल किया गया है इसकी जानकारी जब तक झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा उपलब्ध नहीं कराई जाती है छात्रों का आंदोलन जारी रहेगा. वहीं सोमवार को छात्रों ने जैक बोर्ड के चेयरमैन का पुतला फूंक जोरदार विरोध किया. वही मंगलवार को जिला शिक्षा अधीक्षक के कार्यालय का घेराव करने और समाधान नहीं मिलने पर जैक मुख्यालय पर धरने पर बैठने की चेतावनी दी है. इधर जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज की छात्राओं ने भी जैक बोर्ड पर नंबर देने में मनमानी करने का आरोप लगाते हुए कॉलेज कैंपस में जोरदार प्रदर्शन किया. छात्राओं ने बताया, कि जैक द्वारा वैसे छात्राओं को भी फेल कर दिया गया है जिन्होंने पहले वर्ष में बेहतर परिणाम लाए थे. छात्राओं ने बताया, कि जैक के इस फैसले से सैकड़ों छात्राओं का भविष्य अधर में लटक गया है. कुल मिलाकर झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा घोषित इंटरमीडिएट के परिणाम को लेकर छात्र-छात्राओं में आक्रोश देखा जा रहा है. हालांकि इस साल वैश्विक महामारी के कारण बगैर परीक्षा लिए परिणाम घोषित कर दिए गए हैं. जिसमें शत- प्रतिशत रिजल्ट हुआ है. कुछ छात्र- छात्राओं को फेल भी होना पड़ा है, लेकिन फेल हुए छात्र खुद को फेल किए जाने को लेकर आंदोलित हैं.
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