जमशेदपुर: देश की विडंबना कहें या यहां के राजनेताओं का बड़बोलापन. यहां के नेताओं की जुबान बहुत फिसलती है. अब उसे कैश कौन किस अंदाज में कराता है ये समझना होगा. वैसे भाजपा आईटी सेल इसमें माहिर है.
राहुल गांधी की जुबान फिसली नहीं कि मिनटों में उन्हें ट्रोल कर दिया जाता है, मगर यदि भाजपा नेताओं की जुबान लड़खड़ा जाए तो सब मैनेज हो जाता है. यहां तक कि मीडिया भी उसे दरकिनार कर देती है. मगर ये तो नाइंसाफी होगा. ट्रोल होने का हक भाजपाइयों को भी मिलना चाहिए.
दरअसल 17 सितंबर को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन है. देश के भाजपाईयों ने इसे सेवा पखवाड़ा के रूप में मनाने का निर्णय लिया है. इसके तहत रक्तदान शिविर, चित्रांकन प्रतियोगिता आदि के जरिए भाजपाई पीएम मोदी के 72 वें जन्मदिन को यादगार बना रहे हैं. जमशेदपुर महानगर भी इसमें पीछे नहीं है शनिवार को पूरे तामझाम के साथ भाजपाइयों ने सेवा पखवाड़े का शुभारंभ किया जिस के मुख्य अतिथि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास थे. सेवा पखवाड़ा का शुभारंभ करने के बाद मीडिया से बातचीत के क्रम में रघुवर दास यह भूल बैठे कि आज पीएम मोदी कितने साल के हुए. उन्होंने पीएम मोदी को 22 वें वर्षगांठ की बधाई दे डाली, हालांकि अपनी भूल का अहसास होते ही उन्होंने मीडिया कर्मियों से इस बयान को काट देने (हटा देने) की अपील की. मीडिया कर्मियों ने भी ऐसा ही किया. गलती हो ही जाती है. मगर यही गलती अगर कांग्रेस के किसी नेता ने की होती तो क्या उन्हें माफ कर दिया जाता ? यह सवाल भाजपाइयों को खुद से करनी चाहिए. इसलिए कहा जाता है तोल- मोल- के बोल. जुबान है किसी की भी फिसल सकती है.
आप भी सुनें क्या कहा रघुवर दास ने
Exploring world