जमशेदपुर में अवैध रूप से निजी लैब द्वारा कोविड के रैपिड एंटीजन टेस्ट जांच किए जाने का खुलासा हुआ है. जिसके बाद शहर में हड़कंप मच गया है.
आपको बता दें कि जमशेदपुर के कदमा स्थित अंकुर पैथोलॉजी लैब में पिछले साल सितंबर महीने से ही रैपिड टेस्ट के नाम पर मरीजों से 11 सो रुपए वसूले जा रहे थे. इसकी जानकारी किसी ने जिले के उपायुक्त को ट्वीट कर दी. जिसके बाद उपायुक्त ने एक टास्क फोर्स गठित कर मामले की जांच कराई. जहां पूरा मामला सही पाया गया
. जिला प्रशासन ने तत्काल अंकुर पैथोलॉजी को सील कर दिया है. वहीं पैथोलॉजी में काम करने वाले सभी तकनीशियनों को कदमा थाना पुलिस अपने साथ थाना ले गई है. जहां उनसे पूछताछ की जा रही है. वैसे अंकुर पैथोलॉजी लैब के पास एंटीजन टेस्ट के लिए किट कहां से आए, इसकी जांच शुरू कर दी गई है.
इस संबंध में जमशेदपुर एसडीओ ने बताया, कि पैथोलॉजी लैब द्वारा पूरी तरह से गलत तरीके से एंटीजन टेस्ट किया जा रहा था. इसके पास जांच के लिए न कोई कागजात हैं, न ही टेस्टिंग किट से सम्बंधित दस्तावेज इनके पास हैं. निजी लैब में एंटीजन टेस्ट प्रतिबंधित है.
ऐसे में लैब द्वारा जांच कर लोगों को रिपोर्ट दिया जा रहा था जिस का आंकड़ा जिला प्रशासन के पास नहीं होने के कारण क्षेत्र में लगातार कोविड-19 मरीज बढ़ रहे है. यह एक गैर कानूनी काम है और विधिसम्मत जो भी कार्रवाई होगी उसे किया जाएगा.