घाटशिला: संत नंदलाल स्मृति विद्या मंदिर में उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित की गई. इस अवसर पर कक्षा शिशु से कक्षा पांच तक के 195 अभिभावक उपस्थित थे. यह कार्यक्रम तीन सत्रों में किया गया.
कार्यक्रम का उद्घाटन स्कूल के प्रबंधक डॉ प्रसेनजीत कर्मकार ने किया.
अभिभावकों को संबंधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस विद्यालय का शिक्षण कार्य 37 सालों से चलता आ रहा है. जिसकी स्थापना 1983 में हुई थी. इसे झारखंड के सीबीएसई विद्यालयों में नौवां स्थान प्राप्त है. उन्होंने कहा कि विद्यालय अभिभावकों के सहयोग के द्वारा ही चलता रहा है. अभिभावक अपने बच्चों को समय दे एवं शिक्षकों का साथ दे. उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों, शिक्षकों, अभिभावकों एवं प्रबंधन समिति इन चार स्तंभों के द्वारा ही कोई विद्यालय चलता है.
प्राइमरी विंग की इंचार्ज सुजाता वर्मा ने सभी अभिभावकों का अभिवादन किया एवं उन्होंने कहा कि विद्यालय सदैव यह प्रयास करता है, कि किस प्रकार बच्चे अपनी बहुमुखी प्रतिभा को उजागर कर सकें. उन्होंने यह भी कहा कि हर बच्चे में पांच प्रतिभाओं ज्ञान, कौशल, अच्छी आदतें, भारतीय संस्कृति और सीखने की चाह को उभारने का प्रयास किया जाता है.
टीचर इंचार्ज अनूप कुमार पटनायक ने सभी अभिभावकों का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि एसएनएसवीएम टाटा स्टेशन से खड़गपुर तक के मध्य सीबीएसई का सबसे बड़ा स्कूल है.
एकेडमिक इंचार्ज एसआर दत्ता ने कहा कि सभी बच्चे एक समान नहीं है, लेकिन उनके संपूर्ण विकास पर ध्यान देना है. बच्चों के विकास के लिए उनमें समायोजन का होना अत्यंत आवश्यक बताया.
विद्यालय के दो सेगमेंट कोऑर्डिनेटर शैला परवीन एवं सुजाता दास ने अपने- अपने सेगमेंट के गाइड लाइन से अभिभावकों को अवगत कराया.
अंत में सोमा दत्ता ने सबसे पहले गुरुदेव को धन्यवाद दिया, और कहा कि उन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाया. इसके बाद उन्होंने सभी अभिभावकों, शिक्षकों, टेक्निकल सपोर्टर सोमनाथ डे एवम गैर शिक्षण कर्मचारियों को धन्यवाद दिया.