गया: केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों के वित्त पोषण को लेकर काफी गंभीर है. मोदी सरकार की गंभीरता को देखते हुए रिजर्व बैंक आफ इंडिया की पटना इकाई द्वारा गुरुवार को बिहार के गया जिला के बोधगया में 2 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया.
जिसमें आरबीआई के क्षेत्रीय निदेशक संजीव दयाल बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए. इस मौके पर भारतीय स्टेट बैंक के महाप्रबंधक शिव अनंत शंकर, पंजाब नेशनल बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक, दक्षिण बिहार मध्य ग्रामीण बैंक के अध्यक्ष सहित काफी संख्या में विभिन्न बैंकों के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे.
वही आरबीआई के क्षेत्रीय निदेशक संजीव दयाल ने वर्तमान परिस्थितियों में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों एवं (Namcabs) नामकैबस-2.0 की उपयोगिता पर ध्यान आकर्षित करते हुए बैंक पदाधिकारियों को एनएस एमई विभाग की विभिन्न योजनाओं का लाभ जमीनी स्तर तक पहुंचाने के लिए अधिकतम प्रयासरत होने पर जोर दिया.
उन्होंने कहा कि आरबीआई की पहल पर अब तक 24 कार्यशाला आयोजित की गई है. जहां 850 बैंक पदाधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया है. पटना, मुजफ्फरपुर, मोतीहारी, पूर्णिया, राजगीर, बोधगया, भागलपुर, बेगुसराय आदि स्थानों पर कार्यशाला का आयोजन किया गया है. आज के कार्यशाला में मुख्य रूप से गया, जहानाबाद, औरंगाबाद व अरवल जिला के विभिन्न बैंकों के अधिकारी शामिल हुए है. उन्होंने कहा कि आरबीआई के द्वारा इस तरह के सेमिनार का आयोजन वर्ष 2015 से किया जा रहा है.
जिसका मुख्य उद्देश्य मध्यम एवं लघु व्यवसाय से जुड़े लाभार्थियों को बैंक से ऋण हेतु प्रशिक्षित करना है. उन्हें बैंक के रूल्स के हिसाब से किस तरह से जोड़ा जाए और उसका लाभ दिलाया जाए, इसे लेकर बैंक कर्मियों को प्रशिक्षित किया जाता है.
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संजीव दयाल (क्षेत्रीय निदेशक- आरबीआई)
गया से प्रदीप कुमार सिंह की रिपोर्ट